गुवाहाटी, 24 नवंबर (भाषा) यशस्वी जायसवाल ने अर्धशतक लगाया लेकिन शीर्ष क्रम के अन्य बल्लेबाज दक्षिण अफ्रीका के तेज और स्पिन आक्रमण के सामने नहीं चल पाए जिससे भारत ने दूसरे एवं अंतिम टेस्ट क्रिकेट मैच के तीसरे दिन सोमवार को यहां अपनी पहली पारी में चाय के विश्राम तक चार विकेट पर 102 रन बनाए।
दक्षिण अफ्रीका ने अपनी पहली पारी में 489 रन बनाए थे। इस तरह से भारत अभी उससे 387 रन पीछे है।
चाय के विश्राम के समय कप्तान ऋषभ पंत छह रन पर खेल रहे थे जबकि रविंद्र जडेजा को अभी खाता खोलना है।
भारत का स्कोर एक समय एक विकेट पर 95 रन था लेकिन इसके बाद बल्लेबाजों के शॉट के गलत चयन के कारण वह लड़खड़ा गया। उसने पहले सत्र में सात रन के अंदर तीन विकेट गंवाए।
जायसवाल (97 गेंदों में 58 रन) ने स्ट्रोक्स से भरपूर अर्धशतक जड़ा, लेकिन साइमन हार्मर की एक गेंद ने अचानक उछाल लिया जिस पर वह गच्चा खा गए और मार्को यानसन को कैच दे बैठे।
केएल राहुल (22) आउट होने वाले पहले बल्लेबाज थे। वह भी जायसवाल के साथ 65 रन की साझेदारी के दौरान अच्छी बल्लेबाजी कर रहे थे लेकिन केशव महाराज और हार्मर की दो गेंद ऐसी थी जिसने सुबह के सत्र का रुख पूरी तरह बदल दिया।
पिच में ज्यादा खामियां नहीं थीं और जायसवाल के आकर्षक स्ट्रोक-प्ले ने इसकी पुष्टि की। उन्होंने हार्मर की गेंद को बार-बार लेंथ से स्वीप किया और महाराज की गेंद पर काउ कॉर्नर के ऊपर से छक्का भी जड़ा।
यहां तक कि राहुल भी दूसरे छोर पर सहजता से रन बटोर रहे थे लेकिन महाराज की टर्न लेती एक गेंद उनके बल्ले का बाहरी किनारा लेकर पहली स्लिप में एडेन मार्करम के हाथों में चली गई।
साई सुदर्शन (15) की स्पिनरों के खिलाफ बैकफुट पर जाने और इस प्रक्रिया में विफल होने की कमजोरी फिर से खुलकर सामने आ गई।
जैसा कि वेस्टइंडीज के खिलाफ अहमदाबाद में हुआ था, एक बार फिर वह हार्मर की गेंद को पुल करने के लिए बैकफुट पर चले गए लेकिन सही तरह से शॉट लगा पाए और रयान रिकलेटन ने मिडविकेट पर डाइव लगाकर कैच लपक दिया।
ध्रुव जुरेल (00) को चायकाल से ठीक पहले यानसन की गेंंद पर पुल करने की जरूरत नहीं थी। गेंद उम्मीद के मुताबिक गति से नहीं आई और गलत टाइमिंग से किए गए पुल को महाराज ने कैच में बदल दिया।