राष्ट्रपति मुर्मू दो देशों की राजकीय यात्रा के तहत अंगोला पहुंचीं
Focus News 9 November 2025 0
लुआंडा, आठ नवंबर (भाषा) राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू अपनी छह दिवसीय राजकीय यात्रा के पहले चरण में शनिवार को अंगोला पहुंचीं जिसके बाद वह पड़ोसी देश बोत्सवाना भी जाएंगी।
मुर्मू आठ नवंबर से 13 नवंबर तक राजकीय यात्रा पर रहेंगी। विदेश मंत्रालय (एमईए) ने इस राजकीय यात्रा को अफ्रीकी क्षेत्र में दोनों देशों के साथ सहयोग और साझेदारी के विस्तार के लिए नए रास्ते खोलने के भारत के प्रयासों का हिस्सा बताया है।
विदेश मंत्रालय के अनुसार, यह किसी भारतीय राष्ट्राध्यक्ष की इन देशों की पहली राजकीय यात्रा है।
अंगोला के विदेश मंत्री टेटे एंटोनियो एवं दोनों देशों के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने देश की राजधानी लुआंडा स्थित अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर मुर्मू का स्वागत किया।
अगले तीन दिन राष्ट्रपति यहां उच्च-स्तरीय बैठकें करेंगी। इस दौरान वह अपने अंगोलाई समकक्ष जोआओ मैनुअल गोंकाल्वेस लौरेंको के साथ द्विपक्षीय वार्ता करेंगी और अफ्रीकी राष्ट्र की स्वतंत्रता की 50वीं वर्षगांठ के समारोह में भाग लेंगी।
राष्ट्रपति का अंगोला की संसद को संबोधित करने और भारतीय समुदाय के सदस्यों से बातचीत करने का भी कार्यक्रम है।
विदेश मंत्रालय में सचिव (आर्थिक संबंध) सुधाकर दलेला ने बृहस्पतिवार को कहा था, ‘‘राष्ट्रपति मुर्मू आठ से 13 नवंबर तक अंगोला और बोत्सवाना की राजकीय यात्रा पर रहेंगी। यह किसी भारतीय राष्ट्राध्यक्ष की अंगोला और बोत्सवाना की पहली राजकीय यात्रा होगी।’’
उन्होंने कहा था, ‘‘भारत और अंगोला के बीच मैत्री और सहयोग के बहुत घनिष्ठ संबंध हैं जिनका विभिन्न क्षेत्रों में विस्तार हो रहा है। अंगोला के साथ ऊर्जा क्षेत्र में हमारी साझेदारी जीवंत है।’’
उन्होंने कहा कि यह यात्रा द्विपक्षीय संबंधों के सम्पूर्ण आयाम की समीक्षा करने तथा कृषि, स्वास्थ्य, ऊर्जा, व्यापार एवं निवेश, प्रौद्योगिकी, अवसंरचना विकास, रक्षा और लोगों के बीच आपसी संपर्क जैसे क्षेत्रों में पारस्परिक रूप से लाभकारी सहयोग बढ़ाने का अवसर प्रदान करेगी।
सचिव ने कहा कि दोनों देश इस वर्ष अपने राजनयिक संबंधों की 40वीं वर्षगांठ मना रहे हैं, ऐसे में यह यात्रा और भी ‘‘महत्व’’ रखती है।
मुर्मू 11 नवंबर को अपनी यात्रा के दूसरे चरण की शुरुआत करेंगी और बोत्सवाना की राजधानी गबोरोन जाएंगी। वहां वह अपने समकक्ष ड्यूमा गिदोन बोको से मुलाकात करेंगी, राष्ट्रीय सभा को संबोधित करेंगी और ‘प्रोजेक्ट चीता’ के तहत भारत में चीतों के स्थानांतरण से संबंधित एक कार्यक्रम में भाग लेंगी।
सचिव ने कहा, ‘‘हमें विश्वास है कि माननीय राष्ट्रपति जी की यात्रा से अंगोला और बोत्सवाना के साथ भारत के दीर्घकालिक सहयोगात्मक संबंध और मजबूत होंगे तथा हमारी साझेदारी एवं सहयोग के विस्तार के लिए नए रास्ते खुलेंगे।”
उन्होंने कहा, ‘‘जैसा कि मैंने पहले कहा था, यह अफ्रीकी महाद्वीप के साथ अपनी बहुमुखी साझेदारी को और मजबूत करने की भारत की दृढ़ प्रतिबद्धता को भी दर्शाता है।”
इस यात्रा में राष्ट्रपति के साथ रेल एवं जल शक्ति राज्य मंत्री वी. सोमन्ना और लोकसभा सदस्य प्रभुभाई वसावा और डी. के. अरुणा भी हैं।
