ऑनलाइन शिक्षा माध्यम को लेकर आशान्वित है फिजिक्सवाला, ऑफलाइन विस्तार की भी बड़ी तैयारी

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नयी दिल्ली, नौ नवंबर (भाषा) शिक्षा प्रौद्योगिकी यूनिकॉर्न फिजिक्सवाला ऑनलाइन शिक्षा के माध्यम को लेकर आशान्वित है और अपने ऑफलाइन विस्तार पर भी बड़ा दांव लगा रही है। इसके लिए वह उन शहरों में नए ‘लर्निंग सेंटर’ खोल रहा है जहां मांग ज्यादा है।

यह जानकारी कंपनी के सह-संस्थापक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) अलख पांडेय ने दी।

कंपनी की योजना कई नए स्थानों पर केंद्र स्थापित करने की है, जिनमें मुजफ्फपुर (बिहार), धनबाद (झारखंड), अकोला और लातूर (महाराष्ट्र), राजकोट (गुजरात), उज्जैन (मध्य प्रदेश), बठिंडा (पंजाब), जोरहाट (असम) और चेन्नई (तमिलनाडु) शामिल हैं।

रणनीति के बारे में बताते हुए पांडेय ने कहा कि कंपनी एक अति-स्थानीय दृष्टिकोण अपना रही है और उन क्षेत्रों में शहर-स्तरीय केंद्र और लर्निंग सेंटर स्थापित कर रही है जहां वर्तमान में इसकी प्रत्यक्ष उपस्थिति नहीं है।

उन्होंने आगे कहा कि इस कदम से विद्यार्थियों को अपने गृहनगर में ही फिजिक्सवाला की सेवाओं का लाभ मिल सकेगा, जिससे उन्हें गुणवत्तापूर्ण कोचिंग के लिए बड़े शहरों में जाने की जरूरत कम होगी। 30 जून, 2025 तक, कंपनी 152 शहरों में 303 ऑफलाइन केंद्र संचालित कर रही थी। एक साल पहले कंपनी के केंद्रों की संख्या 182 थी।

ऑफलाइन विस्तार के बावजूद, पांडेय ने पीटीआई-भाषा के साथ साक्षात्कार में जोर देकर कहा कि वह ‘‘ऑनलाइन माध्यम को लेकर बहुत आशावादी हैं और ‘ऑनलाइन शिक्षा में बहुत विश्वास’ रखते हैं।

उन्होंने बताया कि जेईई, नीट, गेट और यूपीएससी जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए अपने पाठ्यक्रमों के लिए मशहूर फिजिक्सवाला कक्षा 6-8 और 9-10 के लिए पाठ्यक्रम शुरू करके नए क्षेत्रों में भी विविधता ला रही है।

कंपनी की विकास गति ऐसे समय में बढ़ रही है जब वह 11 नवंबर को खुलने वाले अपने 3,480 करोड़ रुपये के आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) को लाने की तैयारी कर रही है। कंपनी ने 103 रुपये से 109 रुपये प्रति शेयर का मूल्य बैंड दायरा किया है, जिसका लक्ष्य ऊपरी स्तर पर 31,500 करोड़ रुपये से अधिक का मूल्यांकन है।

इस आईपीओ में 3,100 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी किए जाएंगे और प्रवर्तक अलख पांडेय और प्रतीक बूब द्वारा 380 करोड़ रुपये की बिक्री पेशकश (ओएफएस) लाई जाएगी।

प्रवर्तकों के पास वर्तमान में कंपनी में 80.62 प्रतिशत हिस्सेदारी है, जो आईपीओ के बाद घटकर 72 प्रतिशत रह जाएगी। गौरतलब है कि शुरुआती निवेशकों में से कोई भी इस पेशकश में अपनी हिस्सेदारी नहीं बेचेगा। यह निर्गम 13 नवंबर को बंद होगा, जबकि एंकर निवेशकों के लिए आवंटन 10 नवंबर को निर्धारित है।

पांडेय के अनुसार, आईपीओ से प्राप्त राशि का उपयोग विस्तार और विकास पहल के वित्तपोषण के लिए किया जाएगा।

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