नयी दिल्ली, नौ नवंबर (भाषा) देश की सबसे बड़ी गैस आयातक कंपनी पेट्रोनेट एलएनजी लि. के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) अक्षय कुमार सिंह को मई, 2027 तक 15 महीने का सेवा विस्तार मिल गया है। कंपनी ने शेयर बाजारों को यह जानकारी दी।
सिंह (64) ने एक फरवरी, 2020 को शुरुआती पांच साल के कार्यकाल के लिए पेट्रोनेट के सीईओ का पदभार संभाला था। वह अब 12 मई, 2027 को सेवानिवृत्त होंगे।
सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों में सेवानिवृत्ति की आयु 60 वर्ष है, लेकिन पेट्रोनेट, जिसका नेतृत्व केंद्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय में सरकार के शीर्ष नौकरशाह करते हैं, एक निजी लिमिटेड कंपनी के रूप में पंजीकृत है।
पेट्रोनेट कैग या सीवीसी जैसी किसी सरकारी निगरानी संस्था के अधीन नहीं है और सूचना के अधिकार (आरटीआई) के दायरे से भी बाहर है। इसके निदेशक मंडल के अधिकारियों को सार्वजनिक उपक्रमों की तुलना में अधिक वेतन मिलता है और वे 65 वर्ष की आयु में सेवानिवृत्त भी होते हैं।
निदेशक मंडल में नियुक्तियां बोर्ड की एक खोज-सह-चयन समिति द्वारा की जाती हैं। यह कंपनी के प्रमुख शेयरधारकों के प्रतिनिधियों, एक स्वतंत्र निदेशक और एक बाहरी विशेषज्ञ से बना है।
सार्वजनिक क्षेत्र की इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (आईओसी), गेल (इंडिया) लिमिटेड, ऑयल एंड नैचुरल गैस कॉरपोरेशन (ओएनजीसी) और भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (बीपीसीएल) की कंपनी में 12.5-12.5 प्रतिशत हिस्सेदारी है। पेट्रोनेट के बोर्ड में शामिल चार प्रमुख पेट्रोलियम कंपनियों के प्रमुख 60 वर्ष की आयु में सेवानिवृत्त होते हैं।
पेट्रोनेट की नवीनतम वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार, सिंह 64 वर्ष के हैं और इस विस्तार का अर्थ है कि वह 66 वर्ष की आयु में सेवानिवृत्त होंगे।
पेट्रोनेट ने कहा कि कंपनी के निदेशक मंडल ने सात नवंबर को हुई अपनी बैठक में, अक्षय कुमार सिंह को कंपनी के प्रबंध निदेशक एवं सीईओ और पूर्णकालिक प्रमुख प्रबंधकीय कार्मिक (केएमपी) के रूप में कार्यकाल एक फरवरी, 2026 से 12 मई, 2027 तक बढ़ाने को अपनी मंजूरी दे दी है।
एमआईटी, मुजफ्फरपुर (बिहार) से मैकेनिकल इंजीनियर और दक्षिण गुजरात विश्वविद्यालय से स्नातकोत्तर, सिंह इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन से पेट्रोनेट में आए थे, जहां वह निदेशक (पाइपलाइन) थे।
2018 में आईओसी बोर्ड में शामिल होने से पहले, सिंह गेल इंडिया लिमिटेड में कार्यकारी निदेशक थे।
पेट्रोनेट की ताजा वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार, सिंह को 2024-25 (अप्रैल, 2024 से मार्च, 2025) में कुल 3.04 करोड़ रुपये का पारिश्रमिक मिला। इसमें लाभ पर कमीशन के रूप में 25.5 लाख रुपये शामिल हैं। उनके पारिश्रमिक में वेतन और भत्ते के रूप में 2.63 करोड़ रुपये, भविष्य निधि (पीएफ) में योगदान के रूप में 11.13 लाख रुपये और अन्य लाभ व भत्ते के रूप में 3.81 लाख रुपये शामिल थे।