पटना, चार नवम्बर (भाषा) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने मंगलवार को कहा कि बिहार में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार ने महिलाओं को बेबसी और भय की छाया से बाहर निकाला है।
पटना में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में ईरानी ने कहा कि उन्हें इस बात का दुःख है कि राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने बिहार में महिलाओं से जुड़ी कल्याणकारी योजनाओं के लाभ “रोकने” के लिए निर्वाचन आयोग से अपील की है।
उन्होंने कहा, “जन धन योजना से बिहार की तीन करोड़ से अधिक महिलाओं को लाभ मिला है और उज्ज्वला योजना के तहत 1.16 करोड़ महिलाओं को लाभ प्राप्त हुआ है। हम यह भी देख चुके हैं कि प्रत्येक घर में शौचालय निर्माण का वादा पूरा किया गया है।”
ईरानी ने कहा, “मेरे लिए यह पीड़ा की बात है कि एक ओर राजग सरकार बिहार की महिला लाभार्थियों के खातों में सीधे धन हस्तांतरित कर रही है, वहीं दूसरी ओर राजद नेताओं ने निर्वाचन आयोग को लिखित प्रस्ताव देकर इन लाभों को रोकने की मांग की है।”
गौरतलब है कि राजद सांसद मनोज झा ने 31 अक्टूबर को निर्वाचन आयोग को पत्र लिखकर आरोप लगाया था कि बिहार सरकार ने आदर्श आचार संहिता (एमसीसी) का उल्लंघन करते हुए 17, 24 और 31 अक्टूबर को मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना के तहत महिलाओं को राशि हस्तांतरित की है।
ईरानी ने कहा कि बिहार में राजग सरकार ने अब तक 1.3 करोड़ महिलाओं के खातों में 10-10 हजार रुपए की राशि भेजी है और भविष्य में प्रत्येक लाभार्थी को कुल दो लाख रुपए देने का लक्ष्य रखा गया है।
उन्होंने कहा, “राजग सरकार ने न केवल महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रत्यक्ष आर्थिक सहायता दी है, बल्कि महिलाओं की राजनीतिक भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए ऐतिहासिक महिला आरक्षण विधेयक भी पारित किया है।”
ईरानी ने कहा कि विपक्षी दलों के विरोध के बावजूद संसद में महिला आरक्षण विधेयक पारित कर भाजपा नेतृत्व ने महिलाओं के सम्मान और सशक्तिकरण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को साबित किया है।
उन्होंने कहा, “महिलाओं के उत्थान के प्रति यह समर्पण केवल घोषणाओं तक सीमित नहीं है, बल्कि प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण और नीतिगत निर्णयों के रूप में जमीन पर दिखाई दे रहा है।”
बिहार विधानसभा चुनाव दो चरणों में छह और 11 नवम्बर को होंगे, जबकि मतगणना 14 नवम्बर को की जाएगी।