जगदलपुर (छत्तीसगढ़), 15 नवंबर (भाषा) छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने शनिवार को कहा कि राज्य में नक्सलवाद अब अंतिम सांसें ले रहा है और सरकार 31 मार्च 2026 तक देश से इस खतरे को पूरी तरह समाप्त करने के लिए प्रतिबद्ध है।
बस्तर मुख्यालय जगदलपुर में भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में ‘जनजातीय गौरव दिवस’ पर आयोजित एक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री साय ने कहा कि नक्सलवाद के अंत के बाद बस्तर क्षेत्र में तेजी से विकास होगा।
उन्होंने कहा, ‘‘नक्सलवाद अपनी अंतिम सांसें ले रहा है। नक्सली बड़ी संख्या में आत्मसमर्पण कर रहे हैं। हमने एक प्रभावी आत्मसमर्पण और पुनर्वास नीति शुरू की है और इसके अच्छे परिणाम मिल रहे हैं। दिसंबर 2023 में भाजपा के सत्ता में आने के बाद से पिछले लगभग दो वर्षों में दो हजार से अधिक नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है।’’
साय ने कहा कि राज्य सरकार आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों को कौशल विकास प्रशिक्षण प्रदान कर रही है और उन्हें रोजगार से जोड़ा जा रहा है। प्रशिक्षण अवधि के तीन वर्षों तक उन्हें प्रति माह 10 हजार रुपये की सहायता दी जा रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने 31 मार्च 2026 तक नक्सलवाद को समाप्त करने का संकल्प लिया है।
उन्होंने कहा, ‘‘छत्तीसगढ़ सबसे अधिक प्रभावित राज्य था, लेकिन डबल इंजन वाली सरकार की बदौलत हमारे सुरक्षा बल पूरी तैयारी के साथ इस समस्या का मुकाबला कर रहे हैं। यह संकल्प अवश्य पूरा होगा और इसके बाद बस्तर में तेजी से विकास होगा।’’
बस्तर क्षेत्र में किए जा रहे विकास कार्यों का उल्लेख करते हुए साय ने कहा कि ‘नियद नेल्लानार योजना’ के तहत 327 गांवों तक विकास पहुंचा है। इन गांवों में सड़क संपर्क, बिजली व पानी की आपूर्ति, स्कूल, अस्पताल, राशन वितरण सुविधाएं और दूरसंचार नेटवर्क उपलब्ध कराए गए हैं।
उन्होंने कहा कि सरकार बस्तर में पर्यटन को बढ़ावा दे रही है, जहां अपार संभावनाएं हैं। नयी उद्योग नीति के तहत पर्यटन को उद्योग का दर्जा दिया गया है।
साय ने केंद्र सरकार के ‘धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान’ और ‘प्रधानमंत्री जनमन योजना’ के तहत राज्य और देश में किए जा रहे कार्यों पर भी प्रकाश डाला।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘जनजातीय गौरव दिवस’ राज्य के सभी जिलों में मंत्रियों, सांसदों, विधायकों और अन्य जनप्रतिनिधियों की भागीदारी के साथ मनाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि राज्य स्तरीय समापन समारोह 20 नवंबर को अंबिकापुर (सरगुजा जिला) में होगा, जहां राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू मुख्य अतिथि होंगी।
इस अवसर पर राज्य के वन मंत्री केदार कश्यप सहित अन्य नेता और अधिकारी उपस्थित थे।