सौंदर्य और नारी एक दूसरे के पर्याय माने जाते हैं। सौंदर्य की प्रतिमूर्ति नारी, सौंदर्य की पूरक इसलिए हो गई है क्योंकि वह हमेशा अपने सौंदर्य के प्रति सजग रहती है। आज के युग में तो सजगता और भी आवश्यक है अन्यथा छोटी सी घटना या जरा सी लापरवाही भी उसे बदसूरत बना सकती है।
सुंदरता की पहली पहचान कांतिमय सद्य स्नात त्वचा एवं चेहरे के द्वारा होती है। चेहरा आपके व्यक्तित्व का दर्पण इसलिए माना जाता है क्योंकि वह ही आपसे मिलने वाले व्यक्ति के समक्ष आपके संपूर्ण व्यक्तित्व की झलक उपस्थित कर देने का माध्यम होता है।
सर्दी के मौसम में सौंदर्य का रख रखाव बहुत बड़ी समस्या है। विशेषकर, चेहरे का सौंदर्य बनाए रखना तो एक चुनौती से कम इसलिए नहीं है क्योंकि शरीर के और सभी हिस्से तो ढके रहते हैं या ढक कर रखे जा सकते हैं लेकिन चेहरे को धूल-मिट्टी व सर्द हवाओं के आक्रमण का सीधा सामना करना पड़ता है।
इस मौसम का कुप्रभाव त्वचा पर भी महसूस किया जा सकता है। इसमें त्वचा खुश्क व खुरदरी हो जाती है व उचित देखभाल के अभाव में फट जाती है तथा कभी-कभी तो चेहरे पर झुर्रियां भी पड़ जाती हैं। यह सब इसलिए होता है क्योंकि अधिक ठंड के कारण त्वचा की निचली सतह पर पाई जाने वाली तैलीय ग्रंथियां अपना काम करना बंद कर देती हैं।
अपनी त्वचा को साफ सुथरा कोमल व चिकना बनाए रखना कोई बहुत कठिन काम नहीं है। बस आवश्यकता थोड़ी सी नित्य देखभाल करते रहने की है।
चेहरे की नियमित सफाई से वह तरोताजा तो रहती ही है, उसकी स्वाभाविक कांति भी बनी रहती है। इसके विपरीत यदि चेहरे की सफाई का ध्यान न रखा जाये तो धूल-मिट्टी व मेकअप की बासी परतों के कारण चेहरा कांतिहीन तो हो ही जायेगा बल्कि रोम छिद्रों के बंद हो जाने के कारण संभावना कील मुंहासों के हो जाने की भी होगी।
चेहरे की सफाई के लिए डिटरजेंट की अधिक मात्रा वाले साबुनों का प्रयोग कतई नहीं करना चाहिए। हां, तेलयुक्त साबुनों का प्रयोग किया जा सकता है। वैसे इस काम के लिए साबुनों की अपेक्षा कुछ घरेलू खाद्य पदार्थों का उपयोग अति उत्तम रहता है। उदाहरण के लिए एक चम्मच बेसन को आधा कप पानी में घोलकर पेस्ट बना लें तथा उसे चेहरे पर लगाकर पांच मिनट तक लगा रहने दें। फिर रगड़कर उतार लें। यदि त्वचा ज्यादा खुश्क है तो बेसन के पेस्ट में मलाई या फिर कच्चा दूध मिलाकर प्रयोग करना अति लाभदायक सिद्ध होता है।
ठीक इसी तरह पांच मिनट तक दही का लेप किये रहने से न केवल चेहरे की सफाई होती है बल्कि उस पर चमक भी आती है। दो चम्मच दूध में आधा चम्मच जौ का आटा व नींबू के रस की कुछ बूंदें मिलाकर चेहरे पर लेप करना भी चेहरे की सुंदरता को बरकरार रखने का बहुत अच्छा उपाय है। हां, उक्त लेपों के करने के पांच-दस मिनट बाद चेहरा गुनगुने पानी से ही धोया जाये।
इसके अलावा, क्लींजिंग मिल्क चेहरे पर लगाकर गीली रूई से साफ करने से रोम छिद्रों में छिपा हुआ वह मैल भी पूर्णतः साफ हो जाता है जो साबुन या अन्य पदार्थ के लगाने से नहीं हो पाता। यह प्रयोग रात को सोने से पहले ही किया जाए तो लाभप्रद होता है।
त्वचा में प्राकृतिक नमी बनाये रखने के लिए व उसमें तेल की कमी की पूर्ति के लिए, रात में शयन से पूर्व व प्रातः मेकअप से पूर्व माश्चराइजर का प्रयोग भी करना चाहिए। इससे चेहरा चिकना बनता है और निखरता भी है। इसके अलावा चेहरे पर सप्ताह में एक बार भाप लेने से भी रोम छिद्रों में छिपा हुआ मैल साफ हो जाता है। यदि त्वचा का कोई स्थान खारिश से प्रभावित हो तो उस पर तुलसी के पत्तों का रस लगाना लाभदायक होता है।
त्वचा की सुरक्षा का एक सरल उपाय यह भी है कि रात में सोने से पहले आठ-नौ बूंद जैतून का तेल, चार-पांच बूंद गुलाब जल, छः सात बूंद ग्लिसरीन, एक चम्मच मलाई में मिलाकर सोते समय मालिश करें। सुबह उठकर पहले गर्म पानी से और फिर पन्द्रह बीस मिनट के बाद ठंडे पानी से हाथ पैर तथा मुंह साफ करें। सूखे तौलिए से पोंछें। इसके बाद उन पर हल्के गरम सरसों के तेल की मालिश करें ओर फिर आधा घंटे बाद स्नान करें।
ऐसा भी किया जा सकता है कि गुलाब जल, नींबू का रस और ग्लिसरीन समान मात्रा में मिलाकर हवाबंद शीशी में रख लें तथा स्नान के बाद हाथ-पैर व मुंह पर भली प्रकार मालिश करें। गुनगुने जैतून या सरसों की तेल की मालिश शुष्क बालों के लिए भी लाभदायक है किंतु बालों में मालिश सिर धोने के दो घंटे पहले ही की जानी चाहिए।
सर्दियों में होंठ, एडि़यां व पैरों का फटना भी एक समस्या है। फटी हुई एडि़यों तथा पैरों में पिघला हुआ मोम सरसों के तेल में मिलाकर लगाने से लाभ होता है। होंठों को फटने से रोकने के लिए उन पर रात में देशी घी या मलाई का लेप करें तथा नाभि में सरसों का तेल लगाएं।
आकर्षण बनाए रखने में साफ-सुथरी त्वचा में चेहरे के अलावा मेकअप की भी भूमिका अति-महत्त्वपूर्ण होती है। अतः शीतकाल में मेकअप करते समय निम्न बातों का ध्यान भी रखना चाहिए।
मेकअप गहरा करें।
लिपस्टिक व आई शैडो का रंग त्वचा के रंग से मेल खाता हुआ हो।
फटे हुए होंठों पर चेपस्टिक लगाने के बाद ही लिपस्टिक लगाएं अन्यथा फटे हुए होंठों पर लिपस्टिक बहुत ही भद्दी लगेगी।
सर्दियों में पाउडर के स्थान पर फाउंडेशन ही लगाएं क्योंकि इस समय त्वचा रूखी होती है।
