वीरांगना ऊदा देवी हर हिंदुस्तानी के लिए प्रेरणा हैं : योगी आदित्यनाथ
Focus News 16 November 2025 0
लखनऊ, 16 नवंबर (भाषा) उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रथम स्वतंत्रता संग्राम में अंग्रेजों के दांत खट्टे कर देने वाली शहीद ऊदा देवी को नमन करते हुए रविवार को कहा कि वीरांगना ऊदा देवी न केवल नारी जाति के लिए बल्कि हर हिंदुस्तानी के लिए एक प्रेरणा हैं।
योगी आदित्यनाथ ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ रविवार को यहां सेक्टर-19 वृंदावन कॉलोनी, पासी चौराहे पर वीरांगना ऊदा देवी पासी की प्रतिमा का अनावरण और स्वाभिमान समारोह का उद्घाटन करने के बाद कहा, ”नारी और वंचित का सम्मान ‘डबल इंजन’ सरकार का मुख्य ध्येय है और वीरांगना ऊदा देवी हमें याद दिलाती हैं कि नारी शक्ति कितनी सामर्थ्यवान है।”
उन्होंने कहा, ”वीरांगना ऊदा देवी न केवल नारी जाति के लिए बल्कि हर हिंदुस्तानी के लिए एक प्रेरणा हैं। इसलिए इस अवसर पर मैं उनकी स्मृतियों को नमन करता हूं। उन्होंने विदेशी हुकूमत की चूलों को हिलाने और अत्याचार का जवाब देने के लिए 16 नवंबर 1857 को उन्होंने 36 अंग्रेज सैनिकों को ढेर कर दिया। उनका नाम भारत के इतिहास में अमर हो गया।”
योगी ने कहा कि ”वीरांगना ऊदा देवी का बलिदान हमें यह प्रेरणा देता है।”
मुख्यमंत्री ने कहा कि ”प्रदेश सरकार ने भारत माता के हर सपूत को पाठ्यक्रम का हिस्सा बनाया है। अगर आप बेसिक शिक्षा परिषद की पुस्तकों को देखें तो एक अतिरिक्त पुस्तक जिला, क्षेत्र और प्रदेश स्तर पर उपलब्ध कराई गई है, ताकि वर्तमान पीढ़ी अपने इतिहास को जान सके।”
मुख्यमंत्री ने कहा, ”मुझे बताते हुए प्रसन्नता है कि हमारी सरकार ने तीन नई पीएसी की महिला बटालियन गठित की और तीनों को 1857 की महान वीरांगनाओं के नाम पर रखा।”
योगी ने कहा, ”लखनऊ में स्थापित बटालियन का नाम वीरांगना ऊदा देवी के नाम पर ही रखा गया है। वहां पर हमारी सरकार उनके आदमकद प्रतिमा की स्थापना का कार्य कर रही है। गोरखपुर में जो महिला बटालियन गठित हो रही है, उसको वीरांगना झलकारी बाई कोरी के नाम पर और बदायूं में जो बटालियन गठित हो रही है उसे वीरांगना अवंती बाई लोधी के नाम पर रखा गया है।”
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि ”इन वीरांगनाओं ने आजादी की लड़ाई में अंग्रेजों के सामने अपने शौर्य से उन्हें धूल चटाने का कार्य किया। क्रांति की हुंकार भरने के कारण विदेशी हुकूमत ने उन्हें समाज की मुख्यधारा से काटने के लिए अलग-थलग कर दिया। परिणाम यह हुआ कि समाज की मुख्यधारा से कटी कोई भी जाति पिछड़ जाती है और यही स्थिति पासी समाज और अनुसूचित समाज के साथ हुआ। आज ‘डबल इंजन’ की सरकार इस दिशा में बेहतर पहल कर रही है।”
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘लखनऊ में हमारी सरकार के द्वारा बाबा साहब डॉक्टर भीमराव आंबेडकर का एक स्मारक और सांस्कृतिक केन्द्र के निर्माण का कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है जिसमें अनुसूचित जाति से जुड़े हुए छात्रों को शोध करने के साथ-साथ उच्च शिक्षा के लिए छात्रवृत्ति की व्यवस्था करने जा रहे हैं।”
उन्होंने कहा कि ”62 जिलों में 109 सर्वोदय विद्यालय की स्थापना का कार्य या संपन्न हो चुका है या कार्य मजबूती से आगे बढ़ रहा है। यहां आश्रम पद्धति के अनुरूप छात्र-छात्राओं को रहने की व्यवस्था है। 18 आवासीय विद्यालय श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी की स्मृतियों को जीवंत बनाए रखने के लिए मंडल मुख्यालयों पर निर्माण किया गया है।’’
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने दो लाख 19 हजार पुलिसकर्मी की भर्ती आठ वर्ष में की और अनिवार्य रूप से 20 प्रतिशत महिलाओं की भर्ती अनिवार्य की।
उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, केन्द्रीय ग्रामीण राज्य मंत्री कमलेश पासवान, विधान परिषद सदस्य रामचंद्र प्रधान ने भी समारोह को संबोधित किया। पासवान ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री से पासी समाज का इतिहास पाठ्यक्रम में शामिल करने की मांग भी की।
