लंदन/ नयी दिल्ली, चार नवंबर (भाषा) हिंदुजा समूह के चेयरमैन जी.पी. हिंदुजा सही मायने में ब्रिटिश-भारतीय समुदाय के सच्चे शुभचिंतक एवं मार्गदर्शक थे और उनका निधन एक युग का अंत है। उनके एक करीबी सहयोगी ने मंगलवार को एक शोक संदेश में यह बात कही।
हिंदुजा का मंगलवार को लंबी बीमारी के बाद लंदन में निधन हो गया। वह 85 वर्ष के थे।
हिंदुजा के करीबी सहयोगी लॉर्ड रामी रेंजर ने कहा, “बहुत दुख के साथ यह साझा कर रहा हूं कि हमारे प्रिय मित्र जी.पी. हिंदुजा अब हमारे बीच नहीं रहे। वह अत्यंत विनम्र, उदार और समुदाय के सच्चे शुभचिंतक थे। उनका जाना वास्तव में एक युग का अंत है।”
व्यापार जगत में जी.पी. हिंदुजा के नाम से चर्चित रहे गोपीचंद परमानंद हिंदुजा ब्रिटेन के सबसे समृद्ध भारतीय मूल के उद्योगपतियों में शामिल थे।
‘संडे टाइम्स’ की अमीर लोगों की सूची में हिंदुजा परिवार लगातार चौथे वर्ष शीर्ष पर रहा। उसकी अनुमानित संपत्ति 35.3 अरब पाउंड (लगभग 3.7 लाख करोड़ रुपये) आंकी गई थी।
जी.पी. हिंदुजा भारत और ब्रिटेन के बीच आर्थिक संबंधों की मजबूती के पैरोकार थे। वह अक्सर व्यावसायिक मंचों पर भारतीय बाजार में निवेश को बढ़ावा देने की अपील करते थे।
उनके बड़े भाई और समूह के सह-चेयरमैन एस.पी. हिंदुजा का मई, 2023 में निधन हो गया था।