रोगों का घर है फास्टफूड

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शहरों की सड़कें हों या गांव की पगडंडियां, हर जगह ’टन-टन‘ और ’ठक-ठक‘ की आवाज के साथ यदि कोई पाश्चात्य संस्कृति सैकण्डों में छा गई है तो वह है फास्ट फूड का बढ़ता प्रचलन।
हर किसी की जिह्वा पर फास्ट-फूड का स्वाद चढ़ गया है और यही कारण है कि शहरों में तो भरमार है ही, साथ-ही-साथ गांवों में भी जगह-जगह ठेले पर फास्ट-फूड के स्टाल मिल जाएंगे।
फास्ट-फूड या जंक फूड के फैशन का चस्का सबसे ज्यादा किसी को लगा है तो वह है युवा वर्ग। आज युवक-युवतियों व किशोर किशोरियों पर फास्ट-फूड का सेवन इतना हावी हो गया है कि उनकी जेब में दो पैसा रहे, न रहे किंतु फास्ट-फूड चाहिए जैसे भी हो।
जिस फास्ट-फूड या जंक-फूड के लिए किशोर-किशोरियां अत्यंत गंभीर कदम उठा पारिवारिक रिश्तों, आचरण, व्यवहार को बिगाड़ लेते हैं वही फास्ट-फूड स्वस्थ शरीर के लिए अत्यंत ही हानिकारक होते हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि फास्ट फूड या जंक-फूड जैसे पदार्थों का सेवन शरीर के लिए विष के समान है। इसका सेवन करने वाले व्यक्तियों में अनेक प्रकार की गंभीर तथा भयानक बीमारियां पाई जाती हैं।
जैसा कि सभी लोग जानते हैं कि हमारे शरीर में रक्षातंत्रा होते हैं जो बीमारियों से लड़ते रहते हैं। यह जानकर और आश्चर्य होगा कि हमारा रक्षातंत्रा फास्ट-फूड का उतना ही विरोध करता है और उसके विरूद्ध कदम उठाता है जितना चोरी की खबर पर पुलिस दौड़ती है और एक्शन लेती है। इस प्रकार फास्ट-फूड से लड़ने के कारण रक्षातंत्रा की सारी शक्ति उसी ओर लग जाती है जिससे हमारा शरीर फास्ट-फूड की हानियों से तो बच जाता है किंतु अनेक प्रकार के रोगों का घर बन जाता है।
हाल ही में विशेषज्ञों की एक टीम ने प्रयोग किया और आश्चर्यचकित कर देने वाले अनेक रोमांचकारी तथ्यों को उजागर किया है। आश्चर्य की बात यह है कि मधुमेह (डायबिटिज) जैसी भयानक बीमारी के शिकारों में फास्ट-फूड या जंक-फूड का सेवन करने वालों की संख्या अत्यधिक है और इससे भी आश्चर्यचकित कर देने वाला तथ्य यह है कि फास्ट फूड के सेवन से हुए मधुमेह के शिकार मरीजों में किशोर-किशोरियों की संख्या सबसे अधिक है। अतः यह आवश्यक है कि फास्ट-फूड से किशोर-किशोरियां युवक-युवतियां ही नहीं बल्कि सभी लोग बचें।
फास्ट-फूड के हानिकारक तत्वों से बचने के लिए व्यायाम, योगाभ्यास, टहलना आदि अत्यंत आवश्यक होता है। खासकर आज के युवक-युवतियों को जिन्हें अपना उज्जवल भविष्य बनाना है, फास्ट-फूड से दूर ही रहना चाहिए क्योंकि फास्ट फूड एक ऐसा ‘मीठा जहर’ है जो तन एवं मन दोनों को ही अविचल बना डालता है। 

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