बेंगलुरु, 28 नवंबर (भाषा) कर्नाटक के मंत्री प्रियंक खरगे ने शुक्रवार को कहा कि कांग्रेस आलाकमान के पास मुख्यमंत्री सिद्धरमैया और उप मुख्यमंत्री डी के शिवकुमार के बीच बढ़ती ‘सत्ता की लड़ाई’ को सुलझाने के लिए सही समय पर निर्णय लेने की समझ है।
प्रियंक खरगे ने कहा कि 130 साल पुरानी पार्टी सही समय पर दखल देगी।
उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि सिद्धरमैया और शिवकुमार पार्टी आलाकमान के बुलाने पर बैठक के लिए दिल्ली जाने पर सहमत हो गए हैं।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के बेटे प्रियंक ने कहा, ‘‘नई दिल्ली में बैठक के बारे में किसी ने कोई आधिकारिक बुलावा या बयान नहीं दिया है। मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री ने कहा है कि अगर कांग्रेस अध्यक्ष या पार्टी महासचिव तथा कर्नाटक प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला उन्हें बुलाते हैं तो वे दिल्ली जाएंगे। दिल्ली से बुलावा आने दीजिए, उसके बाद ही फैसला किया जाएगा।’’
मौजूदा स्थिति के बारे में पूछे जाने पर प्रियंक ने कहा, ‘‘आलाकमान को समय की समझ है। वह सही समय को ध्यान में रखते हुए फैसला करेगा।’’
उन्होंने लोगों से और ज्यादा अटकलें नहीं लगाने की अपील की और कहा कि जब भी जरूरत होगी, आलाकमान दखल देगा।
कर्नाटक में कांग्रेस सरकार ने 20 नवंबर को ढाई साल यानी आधा कार्यकाल पूरा कर लिया है। सिद्धरमैया और शिवकुमार के बीच 2023 में सरकार बनने के दौरान मुख्यमंत्री पद के कार्यकाल को लेकर समझौता होने के दावों की पृष्ठभूमि में सत्ता बदलने की संभावना को लेकर पार्टी के अंदर खींचतान तेज हो गई है।