आंध्र प्रदेश में निवेशकों का भरोसा फिर से जगाने के लिए चंद्रबाबू ने ‘ब्रांड नायडू’ पर लगाया दांव
Focus News 16 November 2025 0
विशाखापत्तनम, 16 नवंबर (भाषा) आंध्र प्रदेश के आर्थिक गौरव को बहाल करने के वादे पर सत्ता में वापसी करने वाले मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू राज्य में विकास के उस दौर को वापस लाने के लिए हरसंभव कोशिश कर रहे हैं, जैसा उन्होंने कभी हैदराबाद में किया था।
पिछले साल मई में सत्ता में लौटने के बाद नायडू ने एक आक्रामक, छवि-आधारित अभियान शुरू किया। उनकी टीम इसे ‘ब्रांड नायडू’ कहती है। यह एक नेतृत्व केंद्रित पहल है, जिसका मकसद निवेशकों का भरोसा बहाल करना और राज्य में पूंजी प्रवाह को तेज करना है, ताकि न केवल प्रदेश की अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिले बल्कि रोजगार के अवसर भी पैदा हों।
गूगल से लेकर अंबानी और अदाणी तक, कई वैश्विक और भारतीय दिग्गज कंपनियों ने पहले ही रिकॉर्ड 150 अरब डॉलर के निवेश की प्रतिबद्धताएं जताई हैं।
नायडू ने पीटीआई-भाषा के साथ एक साक्षात्कार में कहा कि कैसे केवल 18 महीनों में उन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में 20 अरब डॉलर का निवेश जुटाने में कामयाबी हासिल की और पिछले दो दिन में यहां आंध्र प्रदेश निवेश शिखर सम्मेलन में 11 लाख करोड़ रुपये (लगभग 132 अरब डॉलर) से अधिक की निवेश प्रतिबद्धताओं के लिए समझौता ज्ञापनों (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘अलग-अलग राजनेता अलग-अलग मॉडल पेश करेंगे। हैदराबाद एक मॉडल है (जिसे मैंने बनाया है)… सारा बुनियादी ढांचा, ज्ञान अर्थव्यवस्था, सब कुछ मैंने किया है।’’
उन्होंने आगे कहा, ‘‘आज यह रहने के लिए एक बेहतरीन शहर है।’’
मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि यह शहर देश में सबसे ज्यादा प्रति व्यक्ति आय वाले शहरों में से एक है और इसकी अर्थव्यवस्था में 60 प्रतिशत योगदान सेवाओं से आता है।
राज्य के विभाजन के बाद हैदराबाद, तेलंगाना में चला गया। नायडू अब हैदराबाद की सफलता को आंध्र प्रदेश में दोहराने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन कई गुना तेजी के साथ।
राज्य न केवल प्रौद्योगिकी क्षेत्रों – डेटा सेंटर से लेकर ड्रोन केंद्र तक – पर ध्यान केंद्रित कर रहा है, बल्कि पारंपरिक ईंट और मोटर उद्योग से लेकर इस्पात संयंत्र और तेल रिफाइनरियों पर भी जोर दे रहा है। पूरी कवायद का मकसद एक व्यापक प्रभाव पैदा करना और इस नए राज्य को शीर्ष श्रेणी में लाना है।
यह पूछने पर कि निवेशकों को आंध्र प्रदेश में निवेश क्यों करना चाहिए, उन्होंने कहा कि इसकी एक साधारण वजह है – ब्रांड।
उन्होंने कहा, ‘‘एक वजह ब्रांड है।’’ निवेशकों को ब्रांड नायडू पर ध्यान देना चाहिए, और देखना चाहिए कि यह क्या वादा करता है और क्या देता है।
उन्होंने कहा, ‘‘व्यक्ति ही ब्रांड बनाते हैं… आखिरकार, यह ब्रांड राज्य या देश के (लाभ के लिए) होगा।’’
मुख्यमंत्री ने कहा कि आंध्र प्रदेश में सभी खूबियां हैं – उपजाऊ जमीन, बेहद बुद्धिमान लोग, एक हजार किलोमीटर से ज्यादा लंबा समुद्री तट, एक विनिर्माण केंद्र और एक ज्ञान अर्थव्यवस्था।
वर्षों की आर्थिक स्थिरता के बाद अभी भी पुनर्निर्माण की ओर अग्रसर राज्य में नायडू खुद को एक अलग पहचान देने वाले व्यक्ति के रूप में स्थापित कर रहे हैं। यह पहचान एक प्रौद्योगिकी-प्रेमी, निवेश-अनुकूल प्रशासक की है।
उन्होंने कहा कि यह ब्रांडिंग सिर्फ राजनीतिक लाभ के लिए नहीं है – यह वैश्विक और घरेलू निवेशकों को भरोसा देने का एक रणनीतिक प्रयास है कि आंध्र प्रदेश में एक बार फिर एक स्थिर, भरोसेमंद और व्यवसाय-प्रधान सरकार है।
अपने युवा और ऊर्जावान पुत्र नारा लोकेश की मदद से नायडू ने अपनी पहचान को फिर से स्थापित किया है। इनमें उच्च-स्तरीय निवेश कूटनीति, सीईओ से सीधे संपर्क, वैश्विक शिखर सम्मेलनों में लक्षित बैठकें; और आंध्र प्रदेश के बंदरगाहों, औद्योगिक गलियारों तथा आईटी प्रतिभाओं को उजागर करने वाली प्रस्तुतियां शामिल हैं। ये संदेश दक्षता और नेतृत्व को दर्शाने के लिए तैयार किए गए हैं।
गूगल ने पिछले महीने विशाखापत्तनम में नए ऊर्जा स्रोतों और फाइबर ऑप्टिक नेटवर्क से जुड़े एक एआई डेटा सेंटर में 15 अरब डॉलर के निवेश की घोषणा की थी।
प्रसिद्ध कारोबारी गौतम अदाणी की कंपनी अदाणीकॉनेक्स इस परियोजना में गूगल के साथ साझेदारी करेगी। साथ ही देश की नंबर दो दूरसंचार कंपनी भारती एयरटेल भी इसमें शामिल होगी।
रिलायंस इंडस्ट्रीज भी राज्य में एक गीगावाट का एआई डेटा सेंटर स्थापित करने की योजना बना रही है, जबकि आर्सेलरमित्तल ने अनकापल्ली में भारत का सबसे बड़ा अत्याधुनिक इस्पात संयंत्र बनाने के लिए 1.4 लाख करोड़ रुपये के निवेश की घोषणा की है। भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (बीपीसीएल) राज्य में 95,000 करोड़ रुपये की रिफाइनरी स्थापित कर रही है।
पिछले दो दिन में कुछ प्रमुख निवेश प्रतिबद्धताओं में ब्रुकफील्ड द्वारा 12 अरब डॉलर, रीन्यू द्वारा 60,000 करोड़ रुपये और एएम ग्रीन द्वारा 54,000 करोड़ रुपये का निवेश शामिल है।
नायडू राज्य के लिए 15 प्रतिशत की आर्थिक वृद्धि का लक्ष्य लेकर चल रहे हैं और अगले 10 साल में 1,000 अरब अमेरिकी डॉलर जुटाने की योजना बना रहे हैं।
यह पूछने पर कि वह भविष्य की पीढ़ियों द्वारा कैसे याद किए जाना चाहेंगे, नायडू ने कहा कि उन्होंने हमेशा समय से पहले सोचा है ताकि भविष्य की पीढ़ियों को लाभ हो।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 1990 के दशक के मध्य में कोई भी आईटी के बारे में बात नहीं करता था, और यह ज्ञान अर्थव्यवस्था की रीढ़ हो सकता है।
नायडू ने कहा कि उन्होंने इसके महत्व की कल्पना की और संयुक्त आंध्र प्रदेश की राजधानी हैदराबाद को एक प्रौद्योगिकी दिग्गज में बदल दिया। उन्होंने कहा, ‘‘यह मेरा योगदान है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैंने बहुत कड़े फैसले लिए… (जैसे) बिजली क्षेत्र में सुधार। मैं (उसके बाद) चुनाव हार गया, यह अलग बात है। लेकिन जो मैंने सोचा, किसी ने नहीं सोचा। बिजली की कमी से हम बिजली अधिशेष वाला राज्य बन गए।’’
उन्होंने इससे पिछले विधानसभा चुनावों में अपनी हार पर कहा कि कभी-कभी लोगों को नीतियों के बारे में तुरंत समझाना संभव नहीं होता, लेकिन उनका स्थायी योगदान सभी के सामने है।
