पाकशाला में सावधानी बरतें

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पाकशाला को ही देखकर किसी भी गृहिणी की सुघड़ता की पहचान हो जाती है। रसोईघर से ही आपके परिवार के स्वास्थ्य का परोक्ष सम्बन्ध है। अतएव रसोईघर की स्वच्छता की ओर भी ध्यान देना आवश्यक है।
रसोईघर की सफाई तो सभी घरों में की जाती है परन्तु उसकी सुरक्षा व्यवस्था की ओर शायद कम ही गृहणियों का ही ध्यान जाता है। यही कारण है कि आए दिन समाचार पत्रों में कहीं न कहीं परिवार के सदस्य के जल जाने अथवा उसे रसोईघर में किसी भयंकर दुर्घटना मंे फंस जाने का समाचार पढ़ने को मिलता है। रसोईघर में यदि कुछ बातों का ध्यान रखा जाए तो कई दुर्घटनाओं के होने की संभावना कम हो जाए।
खाना बनाने के लिए रसोई घर में गैस का चूल्हा ही प्रयोग में लाया जाता है। इस पर भोजन पकाना जितना आरामदेह है, उतनी ही अधिक सावधानी की भी आवश्यकता होती है। गैस के चूल्हे की दुर्घटनाएं रोकने के लिए जरूरी है कि खाना पक जाने के बाद हम सबसे पहले सिलेण्डर के रेग्यूलेटर को बन्द करें और जब चूल्हा स्वतः बन्द हो जाए तथा आग बुझ जाए, तभी चूल्हे के नॉब को बन्द करें।
गैस के पास किसी भी जलती चीज का रखना दुर्घटना को आमंत्रित करने जैसा है। सिलेण्डर रबड़ की ट्यूब की समय समय पर जांच कराती रहें और जब ट्यूब खराब हो जाए तो तुरन्त बदल डालें। वैसे यदि ट्यूब हर साल बदल डालें तो श्रेयस्कर होगा। नया सिलेण्डर आने पर लीकेज की जांच सदैव कर लें।
पाकशाला में घटित होने वाली दुर्घटनाएं प्रायः पहनावे के कारण भी हो जाती हैं। रसोईघर में नायलन, टेरीकाट या मानव निर्मित रेशे से बने वस्त्रा अत्यधिक ज्वलनशील होने के कारण ऐसे वस्त्रों को पहनकर खाना पकाना भी दुर्घटना का कारण बन सकता है। अतएव सूती वस्त्रों का ही प्रयोग श्रेयस्कर होगा। याद रखिए कि आपको सुरक्षित वस्त्रा धारण करना ही उचित है। साड़ी या दुपट्टा कसकर बांध लें ताकि गैस स्टोव से बर्तन उतारते समय पल्लू या दुपट्टा आग पर गिरने का अंदेशा न रहे। अधिक अच्छा होगा यदि आप रसोई घर के लिए काटन गाउन या ऐप्रन बनवा लें और उसे ही धारण करें।
खुले बाल लेकर भी पाकशाला में आग के पास काम नहीं करना चाहिए। खुले बाल होने से चूल्हे पर से कोई सामान उतारते समय दुर्घटना हो सकती है। यही नहीं वरन् खुले बाल होने से भोजन में भी आपके बाल टूटकर गिर सकते हैं। अतः रसोई में काम करते समय बाल बांधकर उन्हें जूड़े का रूप दिया जा सकता है।
पाकशाला में उपरोक्त बातों का ध्यान रखने से परिवार में अनेक प्रकार की कठिनाइयों तथा दुर्घटनाओं को गृहिणी   बचा सकती है और अपने परिवार को खुशहाल तथा स्वस्थ रख सकती है। 

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