नयी दिल्ली, सात नवंबर (भाषा) अमेरिकी कंपनी ओपनएआई में अंतरराष्ट्रीय रणनीति के प्रबंध निदेशक ओलिवर जे ने शुक्रवार को कहा कि भारत में कृत्रिम मेधा (एआई) अपनाने में अभूतपूर्व वृद्धि देखी जा रही है और इसकी गति हर साल तीन गुना बढ़ रही है।
जे ने कहा कि देश में एआई को अपनाने की यह तीव्र गति युवा आबादी द्वारा इसके बढ़ते इस्तेमाल से प्रेरित है।
उन्होंने कहा, ‘‘ भारत में हम जो गति देख रहे हैं वह अविश्वसनीय है। हम जबरदस्त वृद्धि देख रहे हैं। भारत में हमने जो वृद्धि देखी है वह साल दर साल तीन गुना हो गई है…।’’
जे ने ‘सीएनबीसी-टीवी18 के ग्लोबल लीडरशिप समिट’ 2025 में कहा, ‘‘ जब हम भारत के बारे में सोचते हैं, तो हमारा मूल विश्वास है कि अगर आप भारत के लिए निर्माण करते हैं तो आप दुनिया के लिए भी निर्माण कर सकते हैं। भारत वास्तव में अगली पीढ़ी की प्रौद्योगिकी को अपनाने में अग्रणी है। जब आप 18 से 24 वर्ष की आयु के बीच की आबादी के बारे में सोचते हैं, तो यह भारत में एक तेजी से बढ़ता हुआ क्षेत्र है।’’
उन्होंने उल्लेख किया कि कैसे भारत के डेवलपर और व्यवसाय एआई के उपयोग में सक्रिय रूप से शामिल हैं। इससे चैटजीपीटी में अध्ययन मोड जैसी सुविधाएं भी प्रेरित हुई हैं, जिन्हें भारतीय छात्रों के उपयोग के हिसाब से तैयार किया गया है।
जे ने भारत के विभिन्न क्षेत्रों में एआई की परिवर्तनकारी क्षमता और भारतीय उद्यमों एवं नीति निर्माताओं के साथ भविष्य में सहयोग की संभावनाओं को लेकर आशा व्यक्त की।
ओपनएआई इस वर्ष के अंत में नयी दिल्ली में अपना पहला भारतीय कार्यालय खोलने जा रहा है जो चैटजीपीटी के लिए अमेरिका के बाद दूसरा सबसे बड़ा और सबसे तेजी से बढ़ते बाजारों में से एक है। यह इसके एआई उपकरणों की तेजी से बढ़ती लोकप्रियता को दर्शाता है।