एकता नगर (गुजरात), 30 अक्टूबर (भाषा) सरदार पटेल की 150वीं जयंती मनाने के लिए आयोजित राष्ट्रीय एकता दिवस परेड ने क्षेत्र, भाषा, भोजन और सांस्कृतिक भिन्नताओं से परे जाकर हजारों पुलिस और अर्धसैनिक बलों के जवानों को एक-दूसरे से जुड़ने का अवसर प्रदान किया है।
यह परेड शुक्रवार को होगी जहां प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मौजूद रहेंगे। परेड की तैयारियों के लिए विभिन्न राज्यों से आए जवान गुजरात के केवडिया में एक महीने से साथ रह रहे हैं जहां वह हर दिन साथ में भोजन कर रहे हैं और एक दूसरे के साथ गहरे रिश्ते बना रहे हैं।
राष्ट्रीय एकता दिवस परेड में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ), केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ), केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ), भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) और सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) की टुकड़ियों के साथ ही असम, त्रिपुरा, ओडिशा, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, पंजाब, जम्मू कश्मीर, केरल और आंध्र प्रदेश के पुलिसकर्मी भी शामिल होंगे।
राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) की भी एक टुकड़ी इसमें भाग लेगी।
एकता नगर में देश के प्रथम उप प्रधानमंत्री और गृह मंत्री की 182 मीटर ऊंची प्रतिमा ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ स्थल पर यह कार्यक्रम मनाया जाएगा।
इसकी तैयारियों को लेकर एक महीने के दौरान अहमदाबाद में रहे जवान पिछले कुछ दिनों से केवडिया में परेड के लिए अभ्यास कर रहे हैं।
परेड में भाग लेने वाली गुजरात कैडर की 2021 बैच की भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) अधिकारी सुमन नाला ने कहा, ‘‘हम बहुत अच्छी दोस्ती हो गई है। इससे हमें एक-दूसरे के साथ घुलने-मिलने के बेहतरीन अवसर मिलते हैं।’’
आंध्र प्रदेश पुलिस सेवा की अधिकारी श्रीवेद आनंद ने कहा, ‘‘टीम न केवल एक-दूसरे की भाषा और संस्कृति को जानने की कोशिश कर रही है, बल्कि एक-दूसरे के व्यंजनों के बारे में भी जानने के प्रयास किए जा रहे हैं।’’
हर टीम अपने-अपने रसोइये साथ लेकर आयी है जिससे सभी दल एक दूसरे के राज्यों के व्यंजनों का भी लुत्फ उठा रहे हैं।
जम्मू कश्मीर पुलिस की अधिकारी फरहाना बेग ने कहा, ‘‘हम कुछ सुखद यादें और जीवन भर की दोस्ती लेकर घर लौटेंगे।’’
सरदार वल्लभभाई पटेल को स्वतंत्रता के बाद 562 रियासतों को भारतीय संघ में शामिल कराने में उनकी भूमिका के लिए ‘भारत के लौह पुरुष’ के रूप में भी जाना जाता है। उनका जन्म 31 अक्टूबर 1875 को गुजरात के नाडियाड में हुआ था।