पटना, 12 अक्टूबर (भाषा) प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी ने रविवार को दोहराया कि अगर वह बिहार में सत्ता में आती है, तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली सरकार की ओर से लागू की गई शराबबंदी को खत्म कर देगी।
पार्टी ने कहा कि शराब की बिक्री और उपभोग पर लगी पाबंदी हटने से राज्य को लगभग 28 हजार करोड़ रुपये का राजस्व लाभ होगा, जिसका इस्तेमाल विश्व बैंक और अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) से पांच से छह लाख करोड़ रुपये तक का ऋण लेने के लिए किया जाएगा।
लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के नेता कुमार सौरव के जन सुराज पार्टी में शामिल होने के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष उदय सिंह ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा, “हम पहले से ही यह कह रहे हैं कि अगर बिहार में जन सुराज पार्टी को सत्ता में आने का मौका मिलता है, तो शराबबंदी तत्काल हटा दी जाएगी। इससे राज्य को करीब 28 हजार करोड़ रुपये का राजस्व लाभ होगा, जिसका इस्तेमाल विश्व बैंक और आईएमएफ से पांच से छह लाख करोड़ रुपये तक का ऋण जुटाने के लिए किया जाएगा।”
सिंह ने कहा, “कुमार सौरव वित्त और विधि मामलों के जानकार हैं। उन्होंने एक निजी बैंक में प्रतिभूतिकरण के देश प्रमुख के रूप में काम किया है। उनकी विशेषज्ञता का इस्तेमाल राज्य की वित्तीय नीतियों को सुदृढ़ करने में किया जाएगा।”
चुनाव रणनीतिकार से नेता बने प्रशांत किशोर पहले ही घोषणा कर चुके हैं कि अगर उनकी जन सुराज पार्टी बिहार में अगली सरकार बनाती है, तो वह “सत्ता संभालने के एक घंटे के भीतर” शराबबंदी कानून को समाप्त कर देंगे।
बिहार में शराब की बिक्री और उपभोग पर प्रतिबंध अप्रैल 2016 में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सरकार ने लगाया था।
जन सुराज पार्टी में शामिल होने के बाद कुमार सौरव ने कहा, “मैंने लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) इसलिए नहीं छोड़ी कि मेरा चिराग पासवान से कोई मतभेद था। मैं बिहार और राज्य के लोगों के बेहतर भविष्य के लिए प्रशांत किशोर के साथ काम करना चाहता हूं।”