मुंबई, 13 अक्टूबर (भाषा) वैश्विक बाजारों में कमजोर रुख के बीच आईटी तथा दैनिक उपयोग का सामान बनाने वाली कंपनियों के शेयरों में बिकवाली से स्थानीय शेयर बाजार में दो कारोबारी सत्रों से जारी तेजी पर सोमवार को विराम लगा। बीएसई सेंसेक्स जहां 174 अंक टूटा, वहीं एनएसई निफ्टी 50 अंक के नुकसान में रहा।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के चीनी वस्तुओं पर एक नवंबर से 100 प्रतिशत अतिरिक्त शुल्क लगाने की घोषणा से वैश्विक बाजारों में गिरावट आई।
तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 173.77 अंक यानी 0.21 प्रतिशत टूटकर 82,327.05 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान, एक समय यह 457.68 अंक तक लुढ़क गया था।
पचास शेयरों वाला एनएसई निफ्टी 58 अंक यानी 0.23 प्रतिशत की गिरावट के साथ 25,227.35 अंक पर बंद हुआ।
सेंसेक्स की कंपनियों में टाटा मोटर्स, इन्फोसिस, हिंदुस्तान यूनिलीवर, पावर ग्रिड, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स, आईटीसी, अल्ट्राटेक सीमेंट और टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज प्रमुख रूप से नुकसान में रहीं।
दूसरी तरफ, लाभ में रहने वाले शेयरों में अदाणी पोर्ट्स, बजाज फाइनेंस, बजाज फिनसर्व और एक्सिस बैंक शामिल हैं।
एशिया के अन्य बाजारों में, दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, चीन का शंघाई कम्पोजिट और हांगकांग का हैंग सेंग गिरावट के साथ बंद हुए। अवकाश के बारण जापान का बाजार बंद था।
यूरोप के बाजारों में दोपहर के कारोबार में तेजी का रुख था। अमेरिकी बाजार शुक्रवार को काफी गिरावट के साथ बंद हुए थे।
जियोजीत इन्वेस्टमेंट्स लि. के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘अमेरिका में वित्तपोषण की समस्या के कारण कुछ विभागों में कामकाज ठप (शटडाउन) होने और अमेरिका-चीन के बीच बढ़ते व्यापार तनाव के कारण पूरे एशिया में जोखिम से बचने की धारणा देखने को मिली। इसके कारण घरेलू बाजार में शुरुआत सतर्कता के साथ हुई।’’
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 1.77 प्रतिशत बढ़कर 63.84 डॉलर प्रति बैरल पर रहा।
शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने शुक्रवार को 459.20 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।