कंपनियों के तिमाही नतीजों, फेडरल रिजर्व के ब्याज दर पर निर्णय से तय होगी शेयर बाजार की दिशा

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नयी दिल्ली, 26 अक्टूबर (भाषा) स्थानीय शेयर बाजार की दिशा इस व्यस्त सप्ताह में मौजूदा तिमाही नतीजों के सीजन, अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व के ब्याज दर पर निर्णय और व्यापक आर्थिक आंकड़ों से तय होगी। विश्लेषकों ने यह राय जताई है।

इसके अलावा, एक विशेषज्ञ ने कहा कि भारत-अमेरिका व्यापार वार्ता में प्रगति पर निवेशकों का विशेष ध्यान रहेगा।

चालू वित्त वर्ष 2025-26 की दूसरी तिमाही के नतीजों का सीजन बाजार की दिशा तय करता रहेगा, क्योंकि कई प्रमुख कंपनियां अपने वित्तीय आंकड़े जारी करने वाली हैं। निवेशक सबसे पहले कोटक महिंद्रा बैंक के नतीजों पर प्रतिक्रिया देंगे। इसके बाद आईओसी, टीवीएस मोटर कंपनी, लार्सन एंड टुब्रो, हिंदुस्तान पेट्रोलियम, आईटीसी, सिप्ला, डाबर, मारुति और एसीसी के नतीजों पर सभी की निगाह रहेगी।

रेलिगेयर ब्रोकिंग लि. के वरिष्ठ उपाध्यक्ष अजित मिश्रा ने कहा, ‘‘व्यापक आर्थिक मोर्चे पर, 28 अक्टूबर को आने वाले सितंबर के भारत के औद्योगिक उत्पादन (आईआईपी) के आंकड़ों पर नजर रखी जाएगी। वैश्विक स्तर पर सभी का ध्यान 29 अक्टूबर को अमेरिकी फेडरल रिजर्व के नीतिगत फैसले पर केंद्रित रहेगा, जो वैश्विक तरलता रुझानों और जोखिम धारणा को प्रभावित कर सकता है।’’

मिश्रा ने कहा कि इसके अतिरिक्त, बाजार भागीदार अमेरिका-चीन के राष्ट्रपति की निर्धारित बैठक से जुड़े घटनाक्रमों पर नजर रखेंगे, जिससे व्यापार तनाव और कम हो सकता है और वैश्विक बाजारों पर असर पड़ सकता है।

विश्लेषकों ने कहा कि विदेशी निवेशकों की व्यापारिक गतिविधियों और ब्रेंट कच्चे तेल की कीमतों पर भी निवेशकों की नजर रहेगी।

ऑनलाइन ट्रेडिंग और संपत्ति प्रौद्योगिकी कंपनी एनरिच मनी के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) पोनमुडी आर ने कहा, ‘‘घरेलू मोर्चे पर, भारत-अमेरिका व्यापार वार्ता में प्रगति आने वाले सप्ताह में निवेशकों का मुख्य ध्यान कर केंद्र रहेगी।’’

एक अधिकारी ने शुक्रवार को कहा था कि भारत और अमेरिका द्विपक्षीय व्यापार समझौते को अंतिम रूप देने के ‘बहुत करीब’ हैं, जबकि वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने जोर देकर कहा कि भारत जल्दबाजी में या ‘सिर पर बंदूक’ रखकर कोई समझौता नहीं करेगा।

मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड के शोध प्रमुख संपदा प्रबंधन सिद्धार्थ खेमका ने कहा, ‘‘यह यह एक व्यापक आर्थिक सप्ताह रहेगा, जिसमें निवेशक अमेरिका के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के आंकड़ों, अमेरिकी फेडरल रिजर्व, यूरोपीय केंद्रीय बैंक (ईसीबी) और बैंक ऑफ जापान के ब्याज दर संबंधी निर्णयों के साथ-साथ चीन के विनिर्माण पीएमआई और भारत के औद्योगिक उत्पादन आंकड़ों सहित प्रमुख आंकड़ों पर कड़ी नजर रख रहे हैं।’’

छुट्टियों के कारण कम कारोबार वाले पिछले सप्ताह में, बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 259.69 अंक या 0.30 प्रतिशत चढ़ा और निफ्टी 85.3 अंक या 0.33 प्रतिशत के लाभ में रहा।

 

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