पटना, 11 अक्टूबर (भाषा) राष्ट्रीय लोक मोर्चा (आरएलएम) के प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा ने बिहार में विधानसभा चुनाव के लिए राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के घटक दलों के बीच सीट बंटवारे को लेकर असंतोष की अटकलों को खारिज करते हुए शनिवार को कहा कि बातचीत अभी पूरी नहीं हुई है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘इधर-उधर की खबरों पर मत जाइए। वार्ता अभी पूरी नहीं हुई है। इंतजार कीजिए…! मीडिया में कैसे खबर चल रही है, मुझे नहीं पता। अगर कोई खबर प्रसारित करवा रहा है तो यह छल है, धोखा है।’’
इससे पहले केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने कहा था कि वह अपनी पार्टी हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा को ‘‘सम्मानजनक संख्या में सीट’’ दिए जाने का ‘‘दावा नहीं, अनुरोध कर रहे हैं।’’ उन्होंने यह भी कहा था कि अगर पार्टी को सम्मानजनक सीट नहीं मिलीं तो वह संभवत: चुनाव नहीं लड़ेगी।
मांझी ने कहा था, ‘‘अगर हमें कम से कम 15 सीट मिलती हैं तो हम आठ-नौ सीट आसानी से जीत सकते हैं और एक मान्यता प्राप्त पार्टी बन सकते हैं। अगर ऐसा नहीं हुआ तो यह हमारे और हमारी पार्टी के लिए अपमान होगा।’’
उन्होंने कहा था कि गठन के 10 साल बाद भी उनकी पार्टी अब तक मान्यता प्राप्त नहीं बन पाई है।
उन्होंने कहा था, ‘‘मैं राजग की लंबे समय से मदद कर रहा हूं। इसलिए मैं यह निवेदन कर रहा हूं, दावा नहीं। अगर हमें सम्मानजनक संख्या में सीट नहीं मिलती हैं तो हम चुनाव नहीं लड़ेंगे, लेकिन फिर भी राजग उम्मीदवारों के लिए काम करते रहेंगे।’’
इसी बीच, केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) पहले करीब 20-22 सीट पर सहमत हुई थी लेकिन अब कथित तौर पर कम से कम 25 और सीट मांग रही है।
पार्टी के वरिष्ठ नेताओं का मानना है कि लोजपा (रामविलास) को कम से कम 45 सीट मिलनी चाहिए। राजग के सूत्रों के अनुसार, प्रमुख सहयोगियों जनता दल (यूनाइटेड) और भारतीय जनता पार्टी के क्रमश: 102 और 101 सीट पर चुनाव लड़ने की संभावना है।
भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, ‘‘राजग में सब ठीक है… सीट बंटवारे और उम्मीदवारों की सूची को लेकर अंतिम निर्णय पार्टी का केंद्रीय नेतृत्व एक-दो दिन में करेगा।’’
बिहार विधानसभा चुनाव दो चरणों में छह और 11 नवंबर को होंगे तथा मतगणना 14 नवंबर को की जाएगी।