लखनऊ, 15 अक्टूबर (भाषा) उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को समाजवादी पार्टी (सपा) की पिछली सरकार पर आरोप लगाया कि उसके नेता, मंत्री और मुख्यमंत्री अखिलेश यादव भी ‘दंगाइयों और अपराधियों के आगे नतमस्तक’ होते थे तथा उनके शासन में त्योहार ‘दंगों और अराजकता की बलि’ चढ़ जाते थे।
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत रसोई गैस सब्सिडी वितरण कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि भाजपा सरकार ने पिछले साढ़े आठ वर्षों से शांति बहाल की है और दीपावली से लेकर ईद एवं क्रिसमस, रामनवमी तक सभी त्योहार अब शांतिपूर्वक मनाये जा रहे हैं।
उन्होंने मुलायम सिंह यादव परिवार की तरफ इशारा करते हुए कहा, ‘‘2017 से पहले सरकार एक परिवार से आगे कुछ सोच ही नहीं पाती थी। त्योहारों के दौरान दंगे भड़क जाते थे। गुंडे खुलेआम घूमते थे और गरीब कल्याणकारी योजनाओं से वंचित रहते थे। समाजवादी पार्टी के मंत्री और नेता, यहां तक कि मुख्यमंत्री भी माफियाओं और दंगाइयों के आगे नतमस्तक हो जाते थे।’’
मुख्यमंत्री ने दावा किया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की ‘डबल इंजन सरकार’ ने पूरे राज्य को एक परिवार मानकर उस संस्कृति को बदल दिया है।
उन्होंने कहा,‘‘हमने परिवारवाद को खत्म किया है और एक ऐसा शासन मॉडल लाया है जहां लाभ देने से पहले किसी की जाति, मत या धर्म नहीं पूछा जाता।’’
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने 2021 में निर्णय लिया था कि उज्ज्वला योजना के लाभार्थियों को साल में दो बार यानी होली और दीपावली के दौरान मुफ्त रसोई गैस सिलिंडर दिये जाएंगे।
कानून-व्यवस्था का ज़िक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘अगर कोई त्योहारों के दौरान शांति भंग करने या उपद्रव मचाने की हिम्मत करता है तो उसे जेल की सलाखों के पीछे डाल दिया जाएगा। हम कार्रवाई करने में संकोच नहीं करेंगे – चाहे वह कोई भी हो।’’
उन्होंने कहा,‘‘भाजपा शासन में जो लोग महिलाओं को धमकाते हैं या शांति भंग करते हैं, उन्हें तुरंत परिणाम भुगतने होंगे। यमराज स्वयं अगले चौराहे पर उनका इंतज़ार कर रहे होंगे।’’
योगी आदित्यनाथ ने समाज के सभी वर्गों की सुरक्षा और न्याय सुनिश्चित करने के लिए अपनी सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई।