सिडनी, 16 अक्टूबर (भाषा) भारत के पूर्व मुख्य कोच रवि शास्त्री ने अधिक से अधिक भारतीय खिलाड़ियों को विदेशी लीग में खेलने की अनुमति देने की वकालत करते हुए कहा कि अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों के साथ खेलने से उन्हें अच्छा अनुभव मिलेगा।
भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) अभी अपनी सक्रिय खिलाड़ियों को विदेशी टी20 लीग में खेलने की अनुमति नहीं देता। भारतीय क्रिकेटर इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) सहित घरेलू और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास लेने और बोर्ड से अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) प्राप्त करने के बाद ही विदेश में खेल सकते हैं।
अनुभवी ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन हाल ही में बिग बैश लीग (बीबीएल) में शामिल होने वाले पहले शीर्ष भारतीय क्रिकेटर बन गए हैं। उन्होंने आगामी सत्र के लिए सिडनी थंडर के साथ अनुबंध किया है।
शास्त्री ने विलो टॉक पॉडकास्ट पर कहा, ‘‘भारत एक विशाल देश है। वहां हर किसी को खेलने का मौका नहीं मिलता, हर कोई सफल नहीं हो पाता। अगर कोई खिलाड़ी टेस्ट टीम में जगह नहीं बना सकता, लेवल सी या लेवल डी का अनुबंध नहीं पा सकता, तो उसे बिग बैश लीग में खेलने से क्यों रोका जाए।’’
उन्होंने कहा, ‘‘इन लीग में खेलने का अनुभव उनके लिए मददगार साबित होगा, जैसे आईपीएल ने कई युवा खिलाड़ियों की मदद की है, क्योंकि वे शीर्ष स्तर के खिलाड़ियों के साथ खेलते हैं।’’
शास्त्री ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय स्तर के चोटी के खिलाड़ियों के साथ खेलने और कोचिंग स्टाफ में शामिल पूर्व क्रिकेटरों से भारत के युवा खिलाड़ियों को काफी कुछ सीखने को मिलेगा।
उन्होंने कहा, ‘‘वे दबाव को झेलना सीखते हैं। इसके अलावा, उन्हें (रिकी) पोंटिंग और (स्टीफन) फ्लेमिंग जैसे कोच की देखरेख में खेलने का मौका मिलता है। मेरे लिए विदेश में खेलने से मिलने वाली सीख से बेहतर कुछ नहीं है। यहां आपको काफी कुछ सीखने को मिलता है।’’