पटना, बिहार के तीन दिवसीय दौरे पर आए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह शुक्रवार को सारण जिले में एक जनसभा और पटना में बुद्धिजीवियों की बैठक को संबोधित करेंगे। यह जानकारी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेताओं ने दी।
भाजपा नेताओं के अनुसार, शाह ने बृहस्पतिवार रात पटना में वरिष्ठ पार्टी नेताओं के साथ बैठक कर आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारियों की समीक्षा की।
भाजपा के एक नेता ने कहा, ‘‘गृह मंत्री दिन में सारण जिले में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) उम्मीदवारों के समर्थन में अमनौर और तरैया विधानसभा क्षेत्रों में एक जनसभा को संबोधित करेंगे। इसके बाद वह पटना के ज्ञान भवन में बुद्धिजीवियों की सभा को भी संबोधित करेंगे।’’
ऐसा माना जा रहा है कि शाह के इस दौरे का उद्देश्य बिहार विधानसभा चुनाव से पहले राजग की चुनावी तैयारियों को धार देना है।
शाह ने बिहार में सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन में दरार की अटकलों को खारिज करते हुए स्पष्ट किया कि गठबंधन आगामी विधानसभा चुनाव मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में लड़ेगा।
शाह ने एक टीवी चैनल से विशेष बातचीत में कहा कि भाजपा और उसके सहयोगी दल मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार का फैसला चुनाव परिणाम आने के बाद करेंगे।
उन्होंने दावा किया कि आगामी 14 नवंबर को जब परिणाम आएंगे, तो राजग सभी पुराने रिकॉर्ड तोड़ देगा। गृह मंत्री ने कहा, “मैं यह तय करने वाला नहीं हूं कि नीतीश कुमार मुख्यमंत्री बनेंगे या नहीं। फिलहाल हम उनके नेतृत्व में चुनाव लड़ रहे हैं। चुनाव के बाद सभी सहयोगी दल बैठकर अपने नेता का चयन करेंगे।”
शाह ने यह भी खुलासा किया कि 2020 के विधानसभा चुनाव के बाद स्वयं नीतीश कुमार ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से आग्रह किया था कि भाजपा के अधिक सीट आने के कारण मुख्यमंत्री उसी दल से होना चाहिए।
उन्होंने कहा, “लेकिन हमने हमेशा अपने गठबंधन का सम्मान किया और नीतीश कुमार को उनकी वरिष्ठता और सम्मान के आधार पर मुख्यमंत्री बनाया।”