रांची, 26 अक्टूबर (भाषा) झारखंड में छठ पूजा के मौके पर सोमवार शाम को होने वाली पूजा-अर्चना के मद्देनजर सभी जलायशों के पास सुरक्षा व्यवस्था चौकस कर दी गई है। पुलिस के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
अधिकारी ने कहा कि रांची और जमशेदपुर समेत प्रमुख शहरों में अतिरिक्त बल, ड्रोन और सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। इसके अलावा संवेदनशील जलाशयों पर राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की टीम भी तैनात की गई है।
रांची के पुलिस अधीक्षक (नगर) पारस राणा ने बताया कि घाटों से जुड़े जोखिम कारकों के आधार पर 62 जलाशयों को तीन श्रेणियों – ए, बी और सी – में विभाजित किया गया है।
उन्होंने बताया कि ए श्रेणी के जलाशयों को उच्च जोखिम, बी को संवेदनशील और सी को सबसे कम संवेदनशील माना जाता है।
राणा ने कहा, “उच्च जोखिम वाले जलाशयों पर कम से कम 20 सुरक्षाकर्मी तैनात किए जाएंगे। इसी तरह, संवेदनशील घाटों पर 10 सुरक्षाकर्मी और सबसे कम संवेदनशील घाटों पर कम से कम पांच सुरक्षाकर्मी तैनात किए जाएंगे।”
उन्होंने बताया कि उन्होंने 19 ऐसे स्थानों की पहचान की है जहां पिछले साल त्योहार के दौरान चोरी की घटनाएं हुई थीं। इन स्थानों पर बाइक पर सवार सुरक्षाकर्मी गश्त करेंगे। इसके अलावा, सात त्वरित प्रतिक्रिया दल भी अलर्ट पर रहेंगे।
शहर के प्रमुख तालाबों, जैसे बड़ा तालाब, कांके बांध, धुर्वा बांध, हतनिया तालाब और लेन टैंक तालाब पर एनडीआरएफ व एसडीआरएफ की टीम तैनात की जाएंगी।
उन्होंने कहा, “शहर भर में इन घाटों पर लगभग 1,000 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। इसका उद्देश्य किसी भी अप्रिय घटना को रोकना है।”
पुलिस अधीक्षक (यातायात) राकेश सिंह ने कहा, “हमने लगभग 1,000 यातायात पुलिसकर्मियों को तैनात किया है, जिनमें 450 महिला और 550 पुरुष पुलिसकर्मी शामिल हैं। ये त्योहार के दौरान यातायात का प्रबंधन करेंगे।”
इसी तरह, अन्य शहरों में भी पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था की गई है।
जमशेदपुर में, जिला प्रशासन के अधिकारियों ने मुख्य रूप से नदी किनारे स्थित जलाशयों का दौरा किया और सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की।
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि धनबाद में सभी प्रमुख जलाशयों पर पुलिस तैनात की गई है, इसके अलावा ड्रोन और सीसीटीवी कैमरे भी स्थिति पर नजर रखेंगे।