जयपुर, 28 अक्टूबर (भाषा) राजस्थान के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने मंगलवार को आरोप लगाया कि राज्य की पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार कई घोटालों में संलिप्त थी, जो अब सामने आने लगे हैं।
उन्होंने दावा किया कि पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के कार्यकाल में सिरोही जिले में 5,000 विकलांगता प्रमाण पत्र फर्जी तरीके से जारी किए गए थे और इस संबंध में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने मामला दर्ज किया है।
दिलावर ने कहा कि भजनलाल शर्मा सरकार को 2019 से जनवरी 2024 के बीच सिरोही जिले में विकलांगता प्रमाण पत्र जारी करने में “बड़े पैमाने पर अनियमितताओं और धोखाधड़ी” की शिकायतें मिली थीं।
उन्होंने बताया, “इस (शिकायत) पर सरकार ने जांच समिति गठित की। समिति के निष्कर्षों से पता चला कि तत्कालीन मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) के कार्यकाल के दौरान 7,000 से अधिक प्रमाण पत्र जारी किए गए, जिनमें से 5,000 से अधिक फर्जी पाए गए।”
मंत्री ने कहा कि राजस्थान पुलिस के विशेष अभियान समूह (एसओजी) को इस मामले की जानकारी दे दी गई है और दोषियों को कड़ी सजा दी जाएगी।
दिलावर ने यह भी आरोप लगाया कि ‘राजकॉम्प’ के एक अधिकारी ने कांग्रेस सरकार के दौरान अपनी पत्नी की नियुक्ति धोखाधड़ी से एक निजी कंपनी के माध्यम से कराई और कई वर्षों तक लाखों रुपये वेतन के रूप में प्राप्त किए।
उन्होंने कहा, “यह धोखाधड़ी 2019 में शुरू हुई और कांग्रेस सरकार के दौरान बेरोकटोक जारी रही। अब एसीबी ने इस संबंध में मामला दर्ज किया है। हमारी सरकार भ्रष्टाचार में शामिल किसी भी अधिकारी को नहीं बख्शेगी।’’
मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार भ्रष्टाचार के खिलाफ कतई बदार्शत नहीं करने की नीति (जीरो टॉलरेंस) के तहत काम कर रही है।