पटना/दरभंगा, 29 अक्टूबर (भाषा) रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार को राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और उसके नेतृत्व पर आरोप लगाया कि पार्टी के नेताओं ने बिहार की छवि न सिर्फ देश में बल्कि पूरी दुनिया में खराब की है।
राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद का नाम लिए बिना ही दरभंगा की चुनावी सभा में रक्षा मंत्री ने कहा कि बिहार के एक वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री के पूरे परिवार पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं, जो दुख का विषय है।
उनका कहना था, “मुद्दा साफ है, बिहार को विकसित राज्य बनाना है या फिर उसे जंगल राज की ओर धकेलना है।”
सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व की सराहना करते हुए कहा कि देश की अर्थव्यवस्था देश में 11वें स्थान से बढ़कर अब चौथे स्थान पर पहुंच गई है।
उन्होंने कहा, “मोदी जी ‘विकसित भारत’ के संकल्प के साथ काम कर रहे हैं।”
भाजपा के वरिष्ठ नेता ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की ईमानदारी और शासन शैली की तारीफ करते हुए कहा, “20 वर्षों तक उन्होंने बिहार की सेवा की है। क्या कोई उन पर भ्रष्टाचार का आरोप लगा सकता है?”
उन्होंने आंकड़े साझा करते हुए कहा कि संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार ने अपने 10 साल के कार्यकाल में बिहार को दो लाख करोड़ रुपये दिए, जबकि मोदी सरकार ने 11 साल में 15 लाख करोड़ रुपये प्रदान किए।
उन्होंने कहा कि बिहार संस्कृति की भूमि है, किंतु पूर्ववर्ती संप्रग सरकार इसकी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को बढ़ावा देने में विफल रही।
सिंह ने राजद के चुनावी घोषणा पत्र की आलोचना करते हुए कहा कि हर घर में एक सरकारी नौकरी देने का वादा अव्यावहारिक है।
उन्होंने सवाल किया, “क्या बिना लोगों को धोखा दिए राजनीति नहीं की जा सकती?”
उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार की जीडीपी 14 प्रतिशत है, जिससे यह देश में दूसरे स्थान पर है। “बिहार देश का एकमात्र राज्य है जहां महिलाओं को 35 प्रतिशत आरक्षण प्राप्त है।”
रक्षा मंत्री ने कहा कि राजग अपना घोषणा पत्र बुधवार को जारी करेगी और “हम उसके हर शब्द को जमीन पर उतारकर दिखाएंगे।”
उन्होंने दावा किया कि बिहार में लाखों युवाओं को रोजगार मिला है और बिना किसी से पैसा लिए नौकरी मिली है। “इतने ईमानदार व्यक्ति पर कोई उंगली कैसे उठा सकता है?”
कांग्रेस पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि ओबीसी आयोग को संवैधानिक दर्जा मोदी सरकार ने दिया, न कि राहुल गांधी ने।
सिंह का कहना था कि कांग्रेस ने लंबे शासनकाल के बावजूद कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न नहीं दिया, जबकि प्रधानमंत्री मोदी ने उन्हें इस सम्मान से नवाजा।
उन्होंने यह भी कहा कि नरेंद्र मोदी ने 25 करोड़ लोगों को गरीबी रेखा से ऊपर उठाया है।
रक्षा मंत्री ने कहा, “मोदी और नीतीश की नीयत पर कोई सवाल नहीं उठा सकता।”