मुंबई, 28 अक्टूबर (भाषा) भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने मानदंडों को पूरा नहीं करने के कारण जना स्मॉल फाइनेंस बैंक के सार्वभौमिक बैंक बनने के आवेदन को लौटा दिया है। लघु वित्त बैंक ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
जना स्मॉल फाइनेंस बैंक के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी अजय कंवल ने कहा कि सोमवार देर शाम प्राप्त पत्र में नियामक ने इस वर्ष जून में किए गए आवेदन को वापस करने का सटीक कारण नहीं बताया है।
कंवल ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘हमें जल्द ही पता चल जाएगा कि असल में जवाब क्या है और हम उम्मीदों के मुताबिक सुधार करेंगे। हमें यह ध्यान रखना होगा कि आवेदन केवल वापस किया गया है अस्वीकार नहीं।’’
उन्होंने कहा कि वह इस सप्ताह के अंत में आरबीआई के शीर्ष अधिकारियों के साथ सार्वभौमिक बैंक बनने के आवेदन को वापस करने के सटीक कारणों पर चर्चा करेंगे और बैंक के दोबारा आवेदन करने से पहले उन्हें ठीक कर लेंगे।
कंवल ने हालांकि नए आवेदन के लिए कोई समय-सीमा नहीं बताई।
जना स्मॉल फाइनेंस बैंक ने मंगलवार सुबह शेयर बाजारों को दी सूचना में बताया कि आरबीआई ने ‘‘इस संबंध में केंद्रीय बैंक के परिपत्र में उल्लिखित मानदंडों को पूरा नहीं करने के कारण सार्वभौमिक बैंक बनने के लिए किए गए आवेदन को वापस कर दिया है।’’
कंवल ने कहा कि परिसंपत्ति के दृष्टिकोण से जना स्मॉल फाइनेंस बैंक के लिए कोई बदलाव नहीं आया है क्योंकि अब भी उसे एक सार्वभौमिक बैंक की तरह लगभग सभी गतिविधियां करने की अनुमति है।
उन्होंने कहा कि सह-ऋण देने में असमर्थता, पाबंदियों में से एक है लेकिन बैंक इसे अपनी व्यावसायिक योजना में बाधा नहीं मानता।
कंवल ने हालांकि यह बात स्वीकार की कि दायित्व के दृष्टिकोण से सार्वभौमिक बैंक का लाइसेंस मिलने से निधियों की लागत कम करने में मदद मिलती लेकिन अब उन योजनाओं को स्थगित कर दिया गया है।
गौरतलब है कि इस साल की शुरुआत में भारतीय रिजर्व बैंक ने जना स्मॉल फाइनेंस बैंक के बड़े प्रतिद्वंदी एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक को एक निश्चित समय-सीमा में सार्वभौमिक बैंक (यूनिवर्सल बैंक) बनने की सैद्धांतिक मंजूरी दे दी थी।
वहीं इस प्रतिष्ठित लाइसेंस के लिए जना स्मॉल फाइनेंस बैंक के आवेदन ने उसके निवेशकों को उत्साहित किया है जिससे बैंक के शेयर की कीमत में तेजी आई है।