प्रधानमंत्री मोदी स्टैच्यू ऑफ यूनिटी पर सरदार पटेल की 150वीं जयंती समारोह का नेतृत्व करेंगे

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नयी दिल्ली, 27 अक्टूबर (भाषा) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शुक्रवार को गुजरात के नर्मदा जिले के एकता नगर में सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती समारोह का नेतृत्व करेंगे, जहां देश के पहले गृह मंत्री की सबसे ऊंची प्रतिमा ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ स्थापित है।

एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि इस वर्ष राष्ट्रीय एकता दिवस समारोह में एक सांस्कृतिक महोत्सव तथा सुरक्षा बलों के अपने कौशल, अनुशासन और वीरता का प्रदर्शन करने वाले ‘राष्ट्रीय एकता दिवस’ परेड को शामिल किया गया है। यह समारोह ‘भारत के लौह पुरुष’ की जयंती के उपलक्ष्य में मनाया जाता है।

बयान में कहा गया है, ‘‘राष्ट्रीय एकता दिवस भारत की एकता, अखंडता और राष्ट्रीय एकजुटता का प्रतीक है। इस वर्ष का समारोह कुछ ज्यादा ही खास है, क्योंकि यह सरदार पटेल की 150वीं जयंती पर आयोजित किया गया है।’’

इसमें कहा गया है कि प्रधानमंत्री ने नागरिकों से 31 अक्टूबर को इस अवसर पर ‘रन फॉर यूनिटी’ में शामिल होने का आग्रह किया है, जो देशवासियों को स्वतंत्र भारत के निर्माण में पटेल द्वारा निभाई गई महत्वपूर्ण भूमिका की याद दिलाता है, जिसने एक आधुनिक राष्ट्र की नींव रखी।

बयान में कहा गया है कि मोदी सरकार राष्ट्र की एकता, अखंडता और सुरक्षा को बनाए रखने और उसे मजबूत करने के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को सुदृढ़ करने के लिए 2014 से 31 अक्टूबर को राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाती आ रही है।

पटेल का जन्म 31 अक्टूबर 1875 को गुजरात के नाडियाड में हुआ था।

इस वर्ष की ‘राष्ट्रीय एकता दिवस’ परेड में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ), केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ), केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ), भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) और सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) के साथ-साथ असम, त्रिपुरा, ओडिशा, छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, पंजाब, जम्मू कश्मीर, केरल, आंध्र प्रदेश और राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) की टुकड़ियां शामिल होंगी।

बयान में कहा गया है कि परेड में घुड़सवार और ऊंट सवार दस्ते, देशी नस्ल के श्वान को शामिल किया जाएगा तथा विभिन्न मार्शल आर्ट और निहत्थे युद्ध अभ्यास का प्रदर्शन किया जाएगा।

इसमें कहा गया है कि प्रधानमंत्री को दिये जाने वाले ‘गार्ड ऑफ ऑनर’ का नेतृत्व एक महिला अधिकारी करेंगी, जबकि सीआईएसएफ और सीआरपीएफ की महिला कर्मी मार्शल आर्ट और निहत्थे युद्ध अभ्यास का प्रदर्शन करेंगी, जो देश की बेटियों की ताकत और साहस को प्रदर्शित करेगा।

परेड में बीएसएफ के भारतीय नस्ल के श्वान का एक मार्चिंग दस्ता, गुजरात पुलिस का घुड़सवार दस्ता, असम पुलिस का ‘मोटरसाइकिल डेयरडेविल शो’, और बीएसएफ का ऊंट दस्ता और ऊंट-सवार बैंड भी शामिल होगा।

बयान के अनुसार, इसके अलावा, देशी नस्ल के श्वान – रामपुर हाउंड और मुधोल हाउंड – भी अपने कौशल का प्रदर्शन करेंगे।

श्वान दस्ते का नेतृत्व मुधोल नस्ल की ‘रिया’ करेगी, जिसने हाल ही में आयोजित अखिल भारतीय पुलिस श्वान प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त किया था।

बयान में कहा गया है कि एनसीसी कैडेट और स्कूल बैंड, समारोह की भव्यता में चार चांद लगाएंगे।

बयान में कहा गया है कि एक अन्य विशेष आकर्षण भारतीय वायुसेना की सूर्य किरण टीम का ‘एयर शो’ होगा, जबकि विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की झांकियां विविधता में एकता के संदेश का प्रसार करेंगी।

परेड में राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी), राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ), गुजरात, जम्मू कश्मीर, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, मणिपुर, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, उत्तराखंड और पुडुचेरी की 10 झांकियां शामिल होंगी।

बयान में कहा गया है कि इस कार्यक्रम में सीआरपीएफ के पांच शौर्य चक्र विजेता और बीएसएफ के 16 वीरता पदक विजेता भी शामिल होंगे, जिन्होंने झारखंड में नक्सल रोधी अभियानों, जम्मू कश्मीर में आतंकवाद रोधी कार्रवाइयों और पश्चिमी सीमा पर ऑपरेशन सिंदूर में असाधारण साहस का परिचय दिया है।

संस्कृति मंत्रालय द्वारा आयोजित इस सांस्कृतिक कार्यक्रम में 900 कलाकार भारत की समृद्ध विविधता को प्रदर्शित करेंगे।

एकता नगर में 1 नवंबर से 15 नवंबर तक ‘भारत पर्व’ का आयोजन किया जाएगा, जिसमें विभिन्न राज्यों की ओर से सांस्कृतिक कार्यक्रम और खाद्य महोत्सव होंगे।

बयान में कहा गया है कि यह महोत्सव 15 नवंबर को बिरसा मुंडा जयंती के अवसर पर आयोजित विशेष कार्यक्रमों के साथ संपन्न होगा, जिसमें भारत के आदिवासी समुदायों की गौरवशाली संस्कृति और जीवटता को प्रदर्शित किया जाएगा।

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