नयी दिल्ली, 22 अक्टूबर (भाषा) पेंशन कोष नियामक पीएफआरडीए ने पेंशन निवेश के मूल्यांकन को अंशधारकों के समक्ष स्पष्ट रूप से रखने और दीर्घकालिक वित्तीय स्थिरता सुनिश्चित करने के मकसद से एक व्यापक परामर्श पत्र जारी किया है।
पेंशन कोष नियामक एवं विकास प्राधिकरण (पीएफआरडीए) ने मंगलवार को बयान में कहा कि प्रस्तावित मसौदा प्रशासन में सुधार, ग्राहकों के हितों की रक्षा और भारत के व्यापक वित्तीय एवं ढांचागत वृद्धि में योगदान देने की दिशा में उसकी मौजूदा प्रतिबद्धता का हिस्सा है।
इस परामर्श पत्र में एनपीएस/ एपीवाई में रखी गई दीर्घकालिक सरकारी प्रतिभूतियों के लिए दोहरे मूल्यांकन ढांचे (‘अक्रूअल’ और ‘फेयर मार्केट’) को अपनाने का प्रस्ताव किया गया है।
पीएफआरडीए ने कहा कि प्रस्तावित ढांचे से पेंशन अंशधारकों के लिए निवेश अवधि के दौरान स्थिर और पारदर्शी संपत्ति संचयन प्रदर्शित करने में मदद मिलेगी और अल्पकालिक ब्याज दरों में उतार-चढ़ाव का असर ‘शुद्ध परिसंपत्ति मूल्य’ (एनएवी) पर कम होगा।
बयान के मुताबिक, नियामक ने राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली (एनपीएस) और अटल पेंशन योजना (एपीवाई) के प्रतिभागियों, पेंशन कोषों, उद्योग विशेषज्ञों, शिक्षाविदों और आम जनता से इस पर सुझाव आमंत्रित किए हैं।
परामर्श पत्र पर 30 नवंबर, 2025 तक सुझाव और टिप्पणियां रखी जा सकती हैं।