हमारा लक्ष्य घरेलू रक्षा उत्पादन को 100 प्रतिशत तक ले जाना है: राजनाथ

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नासिक (महाराष्ट्र),  रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को कहा कि भारत घरेलू रक्षा उत्पादन को 100 प्रतिशत तक ले जाने की दिशा में काम कर रहा है क्योंकि विदेशी सैन्य आपूर्ति पर निर्भरता ‘‘सामरिक कमजोरी’’ पैदा करती है।

सिंह ने तेजस हल्के लड़ाकू विमान (एलसीए)-एमके1ए की तीसरी उत्पादन पंक्ति और प्रशिक्षण विमान एचटीटी-40 की दूसरी विनिर्माण सुविधा का उद्घाटन करने के बाद यह बात कही।

तेजस विमानों के लिए नयी सुविधा के खुलने से ‘हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड’ (एचएएल) द्वारा कम से कम 24 एलसीए विमानों का उत्पादन किए जाने की उम्मीद है।

सिंह ने अपने संबोधन में कहा, ‘‘एक समय था जब देश अपनी रक्षा जरूरतों को पूरा करने के लिए दूसरे देशों पर निर्भर था और लगभग 65-70 प्रतिशत रक्षा उपकरण आयात किए जाते थे।’’

उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन आज स्थिति बदल गई है। अब भारत 65 प्रतिशत विनिर्माण अपनी धरती पर कर रहा है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘हम अपने घरेलू विनिर्माण को बहुत जल्द 100 प्रतिशत तक भी ले जाएंगे।’’

सिंह ने कहा कि भारत का रक्षा निर्यात 25,000 करोड़ रुपये के रिकॉर्ड स्तर तक पहुंच गया है जो कुछ साल पहले 1,000 करोड़ रुपये से भी कम था।

उन्होंने कहा, ‘‘हमने 2029 तक घरेलू रक्षा विनिर्माण में तीन लाख करोड़ रुपये और रक्षा निर्यात में 50,000 करोड़ रुपये हासिल करने का लक्ष्य रखा है।’’