नयी दिल्ली, भारतीय नौसेना के शीर्ष कमांडर अगले सप्ताह तीन-दिवसीय सम्मेलन के दौरान भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा चुनौतियों की व्यापक समीक्षा करेंगे। यह समीक्षा ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद उच्च-स्तर की युद्ध तत्परता बनाए रखने की पृष्ठभूमि में होगी।
अधिकारियों ने शनिवार को बताया कि कमांडरों द्वारा नौसेना की समग्र क्षमता बढ़ाने के लिए तैयार रूपरेखा पर गहन चर्चा की जाएगी, जिसमें बल के समग्र संचालन में कृत्रिम बुद्धिमत्ता, डेटा और ‘क्वांटम कंप्यूटिंग’ को शामिल करने के तौर-तरीकों पर विचार-विमर्श शामिल होगा।
नौसेना कमांडरों की यह बैठक 22 से 24 अक्टूबर तक नयी दिल्ली में आयोजित की जाएगी।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल अनिल चौहान सम्मेलन को संबोधित करेंगे।