रांची, 28 अक्टूबर (भाषा) छठ पूजा के समापन के दिन मंगलवार को झारखंड के विभिन्न घाटों पर उगते सूर्य को अर्घ्य देने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी।
लाखों श्रद्धालु उगते सूर्य को ‘उषा अर्घ्य’ देने के लिए सुबह से ही नदियों और अन्य जलाशयों के किनारे एकत्र हुए। इस दौरान भक्ति गीत बजाए गए और पटाखे जलाए गए।
एक अधिकारी ने बताया कि डूबने की कुछ छिटपुट घटनाओं को छोड़कर राज्य में यह त्योहार शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुआ।
झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) नेता और राज्यसभा सदस्य महुआ माजी ने मंगलवार सुबह रांची के हटनिया तालाब के किनारे पूजा-अर्चना की जबकि झारखंड विधानसभा में विपक्ष के नेता और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की राज्य इकाई के प्रमुख बाबूलाल मरांडी ने अपने निर्वाचन क्षेत्र राजधनवार में एक जलाशय के तट पर ‘उषा अर्घ्य’ दिया।
माजी ने कहा, ‘‘मैं छठी मैया से प्रार्थना करती हूं कि वे सभी को सुख और उत्तम स्वास्थ्य प्रदान करें।’’
पूर्व मुख्यमंत्री रघुबर दास ने भी जमशेदपुर के सूर्यधाम में पूजा-अर्चना की।
अधिकारी ने बताया कि राज्य की विभिन्न जेलों में बंद 150 से अधिक कैदियों ने भी छठ पूजा की।
यह चार दिवसीय उत्सव 25 अक्टूबर को ‘नहाय खाय’ के साथ शुरू हुआ था। यह कार्तिक शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि और दिवाली के छह दिन बाद मनाया जाता है।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि पूरे झारखंड में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए और रांची, धनबाद एवं जमशेदपुर समेत प्रमुख शहरों में अतिरिक्त पुलिस बल, ड्रोन और सीसीटीवी कैमरे तैनात किए गए।
उन्होंने बताया कि श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के दल भी तैनात किए गए।