नयी दिल्ली, 28 अक्टूबर (भाषा) भारत की वनडे टीम के उप कप्तान श्रेयस अय्यर को सिडनी के एक अस्पताल की गहन चिकित्सा इकाई (आईसीयू) से बाहर स्थानांतरित कर दिया गया है और उनकी हालत स्थिर है, जिससे उनके स्वास्थ्य को लेकर चिंता कम हो गई है। उन्हें तिल्ली की चोट (स्प्लीनिक रप्चर) और पसली में चोट के कारण अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
इस घटनाक्रम की जानकारी रखने वाले भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) के एक सूत्र ने गोपनीयता की शर्त पर पीटीआई को बताया, ‘‘उन्हें आईसीयू से बाहर स्थानांतरित कर दिया गया है और सिडनी के अस्पताल से छुट्टी मिलने में उन्हें कुछ दिन और लग सकते हैं। ’’
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सिडनी में खेले गए तीसरे एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच के दौरान हर्षित राणा की गेंद पर एलेक्स कैरी का मुश्किल कैच लेने की कोशिश में अय्यर को बाईं पसली के निचले हिस्से में चोट लग गई थी। शुरुआत में वह फिजियो की मदद से मैदान से बाहर चले गए, लेकिन बाद में उनकी हालत बिगड़ गई, जिसके कारण उन्हें तुरंत अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा।
बाद में किए गए परीक्षणों से पता चला कि तिल्ली में चोट लगने के कारण आंतरिक रक्तस्राव हुआ था, जिसके बाद उन्हें गहन निगरानी के लिए आईसीयू में भर्ती कराया गया।
भारत के टी-20 कप्तान सूर्यकुमार यादव ने कैनबरा में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले मैच की पूर्व संध्या पर कहा, ‘‘देखिए, हम डॉक्टर नहीं हैं। जब श्रेयस ने कैच लिया तो वह सामान्य लग रहा था। हममें से कोई भी वहां मौजूद नहीं था, केवल जो लोग वहां थे वे ही बता सकते हैं कि वास्तव में क्या हुआ था।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हमने बाद में उनसे बात की और वह सामान्य तरीके से बात कर रहे थे। तब हमें लगा के उनकी स्थिति पहले से थोड़ी बेहतर है। ईश्वर उनके साथ है और वह बहुत अच्छी तरह से ठीक हो रहे हैं। वह जल्द ही ठीक हो जाएंगे और फिर हम उन्हें अपने साथ घर ले जाएंगे।’’
ऐसा माना जा रहा है कि बीसीसीआई के चिकित्सा सेवाओं के प्रमुख डॉ. दिनशॉ पारदीवाला ने बोर्ड को भेजे अपने पत्र में मैदान पर मौजूद चिकित्सा कर्मचारियों की उनकी त्वरित और कुशल प्रतिक्रिया के लिए सराहना की, जिससे संभावित गंभीर स्थिति को टालने में मदद मिली।
इस बीच सूत्रों ने संकेत दिया है कि अय्यर के परिवार के सदस्य जल्द ही उनसे मिलने के लिए सिडनी जाएंगे।