इंग्लैंड के खिलाफ अहम मुकाबले से पहले गेंदबाजी संयोजन दुरूस्त करना होगा भारतीय टीम को

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इंदौर, 18 अक्टूबर (भाषा) लगातार दो मैच हारने के बाद अपने अभियान को ढर्रे पर लाने का दबाव झेल रही भारतीय टीम को इंग्लैंड के खिलाफ रविवार को महिला विश्व कप के अहम मुकाबले में अपने गेंदबाजी आक्रमण को संतुलित करने के लिये छठे गेंदबाज को उतारने पर विचार करना होगा ।

विशाखापत्तनम में दक्षिण अफ्रीका और आस्ट्रेलिया से हारने के बाद भारत की सेमीफाइनल में प्रवेश की उम्मीदों को करारा झटका लगा है ।

इस विश्व कप सत्र में भारत ने पांच बल्लेबाजों , एक विकेटकीपर और पांच गेंदबाजों को उतारने की रणनीति अपनाई है और गेंदबाजों में से तीन हरफनमौला हैं । लेकिन विश्व कप में यह संयोजन सटीक नहीं बैठा और अब ‘करो या मरो’ के बाकी मुकाबलों में भारत को इस पर पुनर्विचार करना होगा । सेमीफाइनल की दौड़ में बने रहने के लिये भारत को तीन में से दो मैच हर हालत में जीतने होंगे ।

दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पांच गेंदबाजों की रणनीति असफल होने के बावजूद आस्ट्रेलिया के खिलाफ इसमें बदलाव नहीं किया गया जिससे एक और पराजय हाथ लगी ।

दक्षिण अफ्रीका और आस्ट्रेलिया ने 251 और 330 रन के विशाल लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत के गेंदबाजी आक्रमण की कलई खोल दी ।

हरफनमौलाओं को उतारकर बल्लेबाजी को गहराई देने की भारत की रणनीति के चलते रेणुका सिंह जैसी विकेट लेने वाली गेंदबाज की जगह अमनजोत कौर को तरजीह दी गई है ।

रेणुका की गैर मौजूदगी से भारत का आक्रमण एक जैसा हो गया है और विविधता देने के लिये उन्हें उतारना ही होगा । इससे अनुभवहीन और युवा क्रांति गौड़ पर दबाव बन रहा है जिसने अभी तक अच्छी गेंदबाजी की है ।

इसके अलावा बायें हाथ की स्पिनर राधा यादव या तेज गेंदबाज अरूंधति रेड्डी के भी विकल्प हैं ।

शीर्षक्रम के बल्लेबाजों का खराब फॉर्म भी चिंता का विषय है । विश्व कप शुरू होने से पहले भारतीय बल्लेबाज जबर्दस्त फॉर्म में थे लेकिन अब उनके बल्ले खामोश हैं ।

आस्ट्रेलिया के खिलाफ स्मृति मंधाना और प्रतिका रावल ने अर्धशतक लगाये लेकिन कप्तान हरमनप्रीत कौर और जेमिमा रौड्रिग्स कोई योगदान नहीं दे सकीं । अच्छी शुरूआत के बाद भारत ने आखिरी छह विकेट 36 रन के भीतर गंवा दिये ।

श्रीलंका और पाकिस्तान के खिलाफ पहले दो मैचों में शीर्षक्रम की नाकामी को निचले क्रम ने ढक दिया लेकिन चार बार की चैम्पियन इंग्लैंड के खिलाफ बल्लेबाजों को जिम्मेदारी से खेलना ही होगा ।

इससे छठे गेंदबाजी विकल्प को आजमाने का भी मौका मिलेगा ।

होल्कर स्टेडियम की पिच बल्लेबाजों की मददगार रहती है और यहां अभी तक दोनों मैचों में बड़ा स्कोर बना है ।

इंग्लैंड अभी तक अपराजेय रही है लेकिन उसके बल्लेबाज एक ईकाई के रूप में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाये । पाकिस्तान के खिलाफ उसने सात विकेट 79 रन पर गंवा दिये थे लेकिन बारिश ने बचाव कर दिया । इससे पहले बांग्लादेश के खिलाफ पांच विकेट 78 रन पर निकल गए थे ।

इंग्लैंड के गेंदबाजों ने अभी तक संकटमोचक की भूमिका निभाई है । इंग्लैंड को सेमीफाइनल में पहुंचने के लिये बस एक जीत की जरूरत है ।

टीमें :

भारत : हरमनप्रीत कौर (कप्तान), स्मृति मंधाना, प्रतिका रावल, हरलीन देयोल, जेमिमा रौड्रिग्स, रिचा घोष, उमा छेत्री, रेणुका सिंह ठाकुर, दीप्ति शर्मा, स्नेह राणा, श्री चरणी, राधा यादव, अमनजोत कौर, अरूंधति रेड्डी, क्रांति गौड

इंग्लैंड: नैट साइवर-ब्रंट (कप्तान), एम अर्लट, टैमी ब्यूमोंट, लॉरेन बेल, एलिस कैप्सी, चार्ली डीन, सोफिया डंकले, सोफी एक्लेस्टोन, लॉरेन फाइलर, सारा ग्लेन, एमी जोन्स, हीथर नाइट, एम्मा लैम्ब, लिन्सी स्मिथ, डैनी व्याट-हॉज।

मैच का समय : दोपहर तीन बजे से ।

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