मुंबई, 30 अक्टूबर (भाषा) श्रम एवं रोजगार मंत्री मनसुख मांडविया ने बृहस्पतिवार को कहा कि भारत को 2047 तक विकसित राष्ट्र बनने के लिए समुद्री क्षेत्र पर अधिक ध्यान देना होगा।
मंत्री ने यहां ‘भारत समुद्री सप्ताह 2025’ में दावा किया कि पुर्तगाल के वास्को डी गामा ने भारत के लिए समुद्री मार्ग की खोज नहीं की थी, बल्कि उन्होंने केवल गुजराती नाविकों का पीछा किया था।
उन्होंने कहा कि समुद्री क्षेत्र में पर्याप्त रोजगार सृजन करने की क्षमता है और पिछले 11 वर्ष में भारत में इस क्षेत्र में अच्छी प्रगति हुई है।
मांडविया ने कहा, ‘‘ समुद्री क्षेत्र एक वैश्विक क्षेत्र है… भारत को 2047 तक विकसित राष्ट्र बनने के लिए समुद्री क्षेत्र पर अधिक ध्यान केंद्रित करना होगा।’’
उन्होंने कहा कि भारत 18वीं शताब्दी तक एक बड़ी समुद्री शक्ति था जिसे बाद में ब्रिटिश शासन ने नष्ट कर दिया।
भारत का मात्रा के हिसाब से करीब 95 प्रतिशत व्यापार तथा मूल्य के हिसाब से 70 प्रतिशत व्यापार समुद्र के रास्ते होता है।
मंत्री ने कहा कि जो देश समुद्र पर राज करते हैं, वे दुनिया पर राज करते हैं। इसलिए सरकार जहाज निर्माण के लिए परिवेश तैयार करने पर काम कर रही है।