तोक्यो, 29 अक्टूबर (भाषा) होंडा कार्स इंडिया के अध्यक्ष एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) ताकाशी नाकाजिमा ने कहा कि मोटर वाहन कंपनी अमेरिका और जापान के साथ-साथ भारत को अपने भविष्य के विकास के लिए एक महत्वपूर्ण बाजार मानती है।
तोक्यो स्थित यह मोटर वाहन विनिर्माता कंपनी भारत में अपनी पूर्ण स्वामित्व वाली अनुषंगी कंपनी के माध्यम से परिचालन करती है। इसकी देश में और अधिक एसयूवी लाने की योजना है क्योंकि इस खंड में विभिन्न मूल्य बिंदुओं पर मजबूत बिक्री जारी है।
‘जापान मोबिलिटी शो’ के दौरान यहां पत्रकारों के साथ बातचीत में नाकाजिमा ने कहा, ‘‘ हमारे शीर्ष प्रबंधन ने होंडा के भविष्य के विकास के लिए अमेरिका और जापान के साथ-साथ तीन प्रमुख बाजारों के तौर पर भारत पर भी ध्यान केंद्रित करने का निर्णय लिया है।’’
उन्होंने कहा कि भारत वर्तमान में दुनिया के सबसे आशाजनक और उत्साही बाजारों में से एक है।
नाकाजिमा ने कहा, ‘‘ भविष्य को देखते हुए भारत सबसे महत्वपूर्ण बाजार है… हमारा दोपहिया वाहन व्यवसाय देश में पहले से ही बहुत बड़ा है और हम ब्रांड एवं बिक्री दोनों को बढ़ाकर अपने चार पहिया वाहन व्यवसाय के लिए एक मजबूत वृद्धि का लक्ष्य रख रहे हैं।’’
होंडा कार्स इंडिया के अध्यक्ष ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में भारत के प्रति कंपनी के रुख में बदलाव आया है।
उन्होंने कहा, ‘‘ शायद तीन साल पहले, हम ऐसे नहीं थे। अब हम भारत पर अधिक ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। भविष्य के व्यावसायिक विस्तार को देखते हुए भारत सबसे महत्वपूर्ण है।’’
होंडा भारत में वित्त वर्ष 2026-27 तक तीन नए मॉडल पेश करने की योजना बना रही है ताकि वह तेजी से बढ़ते एसयूवी खंड में विकास के अवसरों का लाभ उठा सके।
कंपनी वर्तमान में बाजार में केवल एक एसयूवी मॉडल ‘एलिवेट’ बेचती है। इसके अन्य दो वाहन अमेज और सिटी… सेडान खंड से हैं।
नए मॉडल हाइब्रिड और बैटरी इलेक्ट्रिक पावरट्रेन से लैस होंगे।
नाकाजिमा ने कहा कि कंपनी भविष्य में आंतरिक दहन इंजन से चलने वाले मॉडल के साथ-साथ इलेक्ट्रिक एवं हाइब्रिड पावरट्रेन पर भी ध्यान केंद्रित करेगी।
उन्होंने कहा, ‘‘ 2050 तक कार्बन तटस्थता का लक्ष्य रखते हुए हम धीरे-धीरे बैटरी इलेक्ट्रिक वाहनों और बैटरी वाहनों की हिस्सेदारी बढ़ाएंगे।’’