अगर आपकी टीम की नींव टी20 पर टिकी है तो उसे टेस्ट में संघर्ष करना पड़ेगा: गिल
Focus News 9 October 2025 0
नयी दिल्ली, नौ अक्टूबर (भाषा) भारतीय कप्तान शुभमन गिल ने कहा कि टेस्ट उत्कृष्टता पर आधारित क्रिकेट व्यवस्था मजबूत एकदिवसीय और टी20 टीमें तैयार करेगी लेकिन इसके विपरीत स्थिति नहीं होगी। उन्होंने हालांकि इस बहस को दरकिनार कर दिया कि क्या वेस्टइंडीज जैसी टीम के संघर्ष को देखते हुए टेस्ट में दो स्तरीय प्रणाली की आवश्यकता है।
पिछले दो दशक में कैरेबियाई क्रिकेट में काफी बदलाव आया है और टी20 लीग की सफलता का मतलब है कि इसकी सर्वश्रेष्ठ प्रतिभाओं ने वित्तीय स्थिरता के लिए फ्रीलांस (राष्ट्रीय टीम के साथ अनुबंध करने की जगह दुनिया भर की लीग में खेलना) का रास्ता चुना है जिससे लाल गेंद के खिलाड़ियों की गुणवत्ता में उल्लेखनीय और तेजी से गिरावट आई है।
अहमदाबाद में पहले टेस्ट में वेस्टइंडीज को पारी और 140 रन से हराने के बाद गिल से पूछा गया कि क्या उन्हें लगता है कि अब दो स्तरीय प्रणाली का समय आ गया है तो भारतीय कप्तान ने वेस्टइंडीज का नाम लिए बिना एक मजबूत नींव के महत्व के बारे में बात की।
गिल ने दूसरे टेस्ट मैच की पूर्व संध्या पर कहा, ‘‘मुझे लगता है कि यह आईसीसी का फैसला होगा कि दो स्तरीय प्रणाली होनी चाहिए या नहीं। लेकिन मुझे लगता है कि एक क्रिकेट खेलने वाले देश के तौर पर अगर आपका लाल गेंद का आधार बहुत मजबूत है तो आप एकदिवसीय और टी20 में अपने आप अच्छा प्रदर्शन करेंगे।’’
उन्होंने कहा, ‘‘अगर आप इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया, किसी भी टीम को देखें। अगर टेस्ट टीम बहुत अच्छी हैं तो यह स्वाभाविक है कि आपकी एकदिवसीय और टी20 टीम भी अच्छा प्रदर्शन करेंगी।’’
गिल ने कहा, ‘‘मुझे नहीं पता, हो सकता है कि उनके (वेस्टइंडीज) खिलाड़ियों का ध्यान टी20 और लीग पर अधिक हो। इसलिए अगर आपका ध्यान उसी पर है और आप खेल के आधार को भूल जाते हैं तो किसी भी देश का संघर्ष वहीं से शुरू होता
गिल का मानना है कि भारतीय क्रिकेट प्रणाली अपने ढांचे और स्पष्ट प्राथमिकताओं के साथ यहीं पर उभर कर सामने आई है।
उन्होंने कहा, ‘‘अगर आप टेस्ट प्रारूप में अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं तो स्वाभाविक है कि एकदिवसीय और टी20 में भी आपकी टीम अपने आप अच्छी होगी। अगर आपके पास अच्छा आधार है तो आपके पास अच्छे विकल्प होंगे।’’
यह पूछे जाने पर कि क्या विरोधी टीम की गुणवत्ता उनके खिलाड़ियों के जज्बे को प्रभावित करती है तो गिल ने कहा कि उनकी टीम का ध्यान अपने काम पर बहुत अधिक केंद्रित है।
गिल ने कहा, ‘‘मुझे नहीं लगता कि विरोधी टीम के आधार पर आपका जज्बा कम होता है। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि हम किसके साथ खेल रहे हैं। हम अपने जज्बे से खेलना चाहते हैं और हम जीतना चाहते हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘जब आप भारत के लिए खेल रहे होते हैं तो आपको बाहरी प्रेरणा की जरूरत नहीं होती। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि हम किसके साथ खेल रहे हैं। हम अपने मानक बनाए रखना चाहते हैं।’’
कल से शुरू हो रहे टेस्ट मैच की बात करें तो गिल ने युवा साई सुदर्शन का खुलकर समर्थन किया जो उनके अनुसार ‘अब भी अपने खेल को समझने की कोशिश कर रहे हैं।’ गिल का रुख बुधवार को सहायक कोच रयान टेन डोएशे के रुख जैसा ही था।
उन्होंने कहा, ‘‘आपको युवा खिलाड़ियों को और मौके देने होंगे। वे अब भी अपने खेल को समझने की कोशिश कर रहे हैं। और हमारा मानना है कि आपको पहले किसी की क्षमता देखनी चाहिए और फिर उसके खेल को समग्र रूप से देखना चाहिए। ना कि किसी को सिर्फ एक, दो, तीन, चार मैचों से आंकना चाहिए।’’
भारतीय कप्तान ने कहा, ‘‘एक बार जब आप किसी को पर्याप्त मैच, छह, सात, आठ मैच दे देते हैं तो आप आराम से बैठकर सोच सकते हैं कि उसे कहां सीखने की जरूरत है या उसे कुछ और घरेलू मैच खेलने चाहिए या इंडिया ए के कुछ और मैच खेलने चाहिए।’’
सुदर्शन पर पूरा भरोसा जताते हुए उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन फिलहाल हमें लगता है कि वह हमारे लिए सही खिलाड़ी है और वह लंबे समय तक भारत के लिए तीसरे नंबर पर खेल सकता है।’’
ऑलराउंडर नितीश कुमार रेड्डी को पहले टेस्ट में शीर्ष सात में बल्लेबाजी करने का मौका नहीं मिला।
ध्रुव जुरेल और रविंद्र जडेजा ने पांचवें और छठे नंबर पर शतक बनाए और वाशिंगटन सुंदर को सातवें नंबर पर उतारा गया। ऐसे में आंध्र के इस खिलाड़ी को दूसरे मैच में क्रम में ऊपर बल्लेबाजी का मौका मिलने की उम्मीद होगी।
गिल ने कहा, ‘‘हमने देखा कि उन्होंने (रेड्डी) ऑस्ट्रेलिया में कैसी बल्लेबाजी की इसलिए निश्चित रूप से उनमें काफी क्षमता और संभावनाएं हैं। हम उन्हें खासकर भारत में ज्यादा से ज्यादा मैच खेलने का मौका देना चाहते हैं और उन्हें निखारना चाहते हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘और मैच और परिस्थिति के अनुसार जहां हमें लगता है कि वह ऊपर या नीचे बल्लेबाजी कर सकते हैं, हम इसे ध्यान में रखेंगे।’’
गिल ने यह भी स्पष्ट किया कि फिलहाल वह गेंदबाजी आक्रमण में किसी विशेषज्ञ तीसरे तेज गेंदबाज के बारे में नहीं सोच रहे हैं और प्रसिद्ध कृष्णा को अपनी बारी का इंतजार करना पड़ सकता है।
उन्होंने कहा, ‘‘अगर उसके (प्रसिद्ध) लिए मौका बनता है तो हम निश्चित रूप से उन्हें खिलाने पर विचार करेंगे। फिलहाल हम अपनी सबसे मजबूत एकादश खिलाना चाहते हैं। विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में जगह पक्की करने के लिए हमें 70 प्रतिशत मैच जीतने होंगे।’’
गिल ने कहा, ‘‘तो तालिका में हमारी स्थिति के आधार पर यह अभी शुरुआती चरण है इसलिए हम इस समय उपलब्ध शीर्ष 11 खिलाड़ियों को खिलाना चाहते हैं।’’