पटना, 30 अक्टूबर (भाषा) हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बृहस्पतिवार को कहा कि अगर बिहार में विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ की सरकार बनती है तो राज्य की तर्ज पर पुरानी पेंशन योजना (ओपीएस) फिर से लागू की जाएगी।
सुक्खू ने यहां पत्रकारों से बातचीत में कहा, ‘‘बिहार में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के 20 साल के शासन में विकास का कोई संकेत नहीं है। तथ्यों से स्पष्ट है कि बिहार में 64 प्रतिशत लोग 66 रुपये प्रतिदिन पर गुजारा करते हैं।’’
उन्होंने जोर देकर कहा कि राज्य में ‘‘अच्छे बदलाव’’ की जरूरत है। उन्होंने कहा कि बिहार, जो एक प्रमुख पर्यटन केंद्र के रूप में उभर सकता था ‘‘राजग सरकार ने उसे निराशाजनक स्थिति में छोड़ दिया है।’’
सुक्खू ने कहा कि उनकी सरकार की पहली कैबिनेट बैठक में हिमाचल प्रदेश में ओपीएस को बहाल कर दिया गया, जिससे राज्य कर्मचारियों की पेंशन राशि में दस गुना वृद्धि हुई।
उन्होंने दावा किया, ‘‘ इस योजना से लगभग 1.36 लाख सरकारी कर्मचारियों को लाभ हुआ है।’’
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि यह कदम राहुल गांधी द्वारा कांग्रेस के वादों को पूरा करने की प्रतिबद्धता के तहत उठाया गया है न कि चुनाव से पहले राजनीतिक लाभ के लिए।
उन्होंने बिहार की राजग सरकार पर ‘‘ विधानसभा चुनाव से पहले राजनीतिक लाभ हासिल करने के लिए महिलाओं को 10,000 रुपये बांटने’’ का भी आरोप लगाया।
सुक्खू ने दावा किया कि कांग्रेस के सत्ता में आने के बाद से हिमाचल प्रदेश में शिक्षा की गुणवत्ता में उल्लेखनीय सुधार हुआ है।
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि बिहार में विपक्षी गठबंधन सत्ता में आता है, तो वह स्वरोजगार और उच्च शिक्षा को बढ़ावा देगा, नागरिकों को 25 लाख रुपये तक का मुफ्त स्वास्थ्य उपचार प्रदान करेगा और महिलाओं, विधवाओं, बुजुर्गों और दिव्यांगजनों को 2,500 रुपये देगा।