
नीदरलैण्ड में इरास्मस मेडिकल सेंटर के विशेषज्ञों द्वारा किए गए एक शोध में पाया गया कि जिन पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन का अधिक स्तर पाया गया, उनमें पक्षाघात की संभावना कम पाई गई। इस शोध में 8000 पुरुषों पर 8 वर्ष तक अध्ययन करने के बाद यह परिणाम पाया गया। विशेषज्ञों के अनुसार इस शोध में जिन पुरुषों को पक्षाघात हुआ, उनमें टेस्टोस्टेरोन का स्तर कम था और जिन्हें पक्षाघात नहीं हुआ, उनमें इसका स्तर अधिक था। विशेषज्ञों का कहना है कि शायद यह हार्मोन इससे सुरक्षा देता है। वेट लिफ्टिंग आदि व्यायामों के द्वारा इसके स्तर को बढ़ाया जा सकता है।
आपका भोजन आपको कैंसर से सुरक्षा दे सकता है
एक शोध में विशेषज्ञों ने यह जानने का प्रयत्न किया कि क्या आहार में किसी पोषक तत्व की मात्रा कैंसर को रोकने में सहायक सिद्ध हो सकती है। विशेषज्ञों के अनुसार कैंसर एक दिन में नहीं पनप जाता और जिंदगी के लिए खतरा पैदा करने वाला यह रोग जीन, पर्यावरण व भोजन के कारण भी पनप सकता है। कैंसर का 35 प्रतिशत कारण हमारे द्वारा सेवन किया गया गलत भोजन है।
न्यूट्रीशन एंड कैंसर प्रिवेंशन के मुख्य विशेषज्ञ मिलनर के अनुसार कई शोधों से यह प्रमाणित हो चुका है कि जो व्यक्ति फलों व सब्जियों का अधिक सेवन करते हैं, उन्हें कैंसर होने की संभावना कम होती है, इसलिए विशेषज्ञ इस बात पर एकमत हैं कि आहार का प्रभाव कैंसर पर पड़ता है। इसके अतिरिक्त मोटे लोगों में कई प्रकार के कैंसर जैसे प्रोस्टेट, कोलोन स्तन व गर्भाशय का कैंसर अधिक देखने को मिलते हैं व पतले लोगों में कम। इसलिए अपने भोजन पर विशेष ध्यान देना बहुत आवश्यक है।
अल्कोहल का सेवन बढ़ाता है टाइप-2 डायबिटिज की संभावना को
स्वीडन में स्टाकहोम में कोरोलिनसका यूनिवर्सिटी की विशेषज्ञा सोफिया कार्लसन व उनके सहयोगियों द्वारा किए गए एक अध्ययन के अनुसार अल्कोहल का अधिक सेवन महिलाओं में टाइप-2 डायबिटिज की संभावना को बढ़ाता है। एक अन्य अध्ययन में यह भी पाया गया कि प्रतिदिन एक या दो पैग का सेवन वयस्कों में, खासकर जो मोटापे का भी शिकार हों, टाइप-2 डायबिटिज की संभावना को 30-40 प्रतिशत कम करता है। इसी शोध में जब एक या दो से अधिक पैग के सेवन के प्रभाव का अध्ययन किया गया तो पाया गया कि अधिक मात्रा में इसका सेवन टाइप-2 डायबिटिज होने की संभावना को तीन गुना अधिक बढ़ा देता है। इसलिए विशेषज्ञ इसके सेवन को सीमित मात्रा में ही करने की राय देते हैं।
कुछ और लाभ स्तनपान के
मां का दूध बच्चे के लिए बहुत फायदेमंद माना जाता है और उसे कई गंभीर रोगों से सुरक्षा देता है। अब नवीनतम शोधों से इसके और फायदे सामने आए हैं। एक शोध के अनुसार जिन बच्चों ने बचपन में मां के दूध का सेवन किया था, उनमें वयस्क होने पर एल डी एल (बुरे कोलेस्ट्रोल) का स्तर कम पाया गया। यही नहीं, कनाडा में किए गए शोध के अनुसार अगर बच्चा एक वर्ष तक स्तनपान करता है तो उसमें मधुमेह होने की संभावना भी 76 प्रतिशत कम पाई गई, उन बच्चों की तुलना में जो स्तनपान नहीं करते व दूसरे दूध पर निर्भर रहते हैं।
आंखों के लिए फायदेमंद हैं आम और केला
एक शोध के अनुसार आम का सेवन आंखों के लिए भी फायदेमंद हैं। आम में बैटा केरोटिन, विटामिन सी, ई तीनों एंटी आक्सीडेंट पाए जाते हैं। ये तीनों एंटी आक्सीडेंट फ्री रेडिकल्स की हानि से भी सुरक्षा देते हैं। क्लीवलैण्ड क्लीनिक के विशेषज्ञों के अनुसार ये एंटीआक्सीडेंट बढ़ती उम्र में आंखों की मांसपेशियों के कमजोर पड़ने के फलस्वरुप कमजोर दृष्टि होने को भी कम करते हैं।
इसके अतिरिक्त अगर आप आम के साथ केले का भी सेवन कर रहे हैं तो वह भी आपके लिए फायदेमंद है। उच्च रक्तचाप के कारण बढ़ती उम्र में आंखों में अंधापन तक आ सकता है क्यांेकि केला पोटेशियम का अच्छा स्रोत है और रक्तचाप को नियंत्रित रखने में सहायक है। केले में विटामिन ए, सी, बी‘6 व फाइबर जैसे पोषक तत्व भी पाए जाते हैं।
ऊंची एड़ी के सैंडिल पहनना नुकसानदायक नहीं
अभी तक विशेषज्ञ ऊंची एड़ी के सैंडिलों को पैरों के लिए नुकसानदायक मानते थे पर अब हाल में एपीडेमियोलोजी एंड कम्युनिटी हेल्थ के जर्नल में प्रकाशित एक शोध के अनुसार तीन इंच तक की हील पहनने से आस्टिओआर्थराइटिस का खतरा नहीं हैं। अधिकतर 60 वर्ष की आयु से अधिक महिला व पुरुषों को होता है। विशेषज्ञ हाई हील पहनने से मना करते हैं पर अब इस शोध के विशेषज्ञों के अनुसार जोड़ों की समस्या की वजह कोई चोट, धूम्रपान या अधिक वजन हो सकता है और हाई हील पहनने से आस्टिओआर्थराइटिस की संभावना नहीं बढ़ती।