जो लोग अत्यधिक कॉफी पीने के आदी हैं, कई बार उन्हें अपराधबोध महसूस होता है क्योंकि उन्हें लगता है कि वे इसमें मौजूद कैफीन नामक नशीले पदार्थ के आदी हो गए हैं पर नए शोध बताते हैं कि कॉफी का नियमित व सीमित सेवन कई तरह की बीमारियों, जैसे-मधुमेह, हृदयरोग, आंत संबंधी कैंसर, अस्थमा, पथरी की बीमारियां और जिगर संबंधी बीमारियों की संभावना को कम करता है। इटली में हुए शोध के मुताबिक यदि आप दिन भर में तीन कप कॉफी पीते हैं तो इससे आप में दमा के हमले की संभावना काफी कम हो जाती है। अमेरिका में हुए एक अन्य अध्ययन में पाया गया कि कॉफी का नियमित सेवन पथरी की संभावना को अस्सी प्रतिशत कम करता है। जो व्यक्ति प्रतिदिन दो कप कॉफी का सेवन करते हैं, उन्हें आंत का कैंसर होने की संभावना पच्चीस प्रतिशत कम हो जाती है जबकि यह जिगर संबंधी बीमारियों के खतरे को अस्सी प्रतिशत कम करती है। कॉफी पर हुए अन्य शोध के मुताबिक कॉफी का नियमित सेवन मधुमेह से बचाने में प्रभावशाली भूमिका निभाता है। जो महिलाएं एक से तीन कप कॉफी का प्रतिदिन सेवन करती हैं, उन्हें हृदय रोग होने का खतरा काफी कम हो जाता है। अध्ययनकर्ताओं का मानना है कि कॉफी में एंटीऑक्सीडेंट तत्व होते हैं जो ज्वलनशीलता को कम करते हैं व कोशिकाओं को क्षतिग्रस्त होने से बचाते हैं जिससे हृदय संबंधी रोग तथा कई प्रकार के कैंसर से बचाव होता है। शोध में यह भी पाया गया कि कॉफी में संतरे तथा अंगूर के रस से भी अधिक एंटीऑक्सीडेंट पाये जाते हैं। साथ ही कॉफी मूड को ठीक करने में भी अहम् भूमिका निभाती है। इसमें उपस्थित एंटीऑक्सीडेंट तत्व बढ़ती उम्र के लोगों में जागरूकता को सुधारने में मदद करते हैं और उनके दिमाग में सूचना को जल्द पहुंचाकर एकाग्रचित होने में सहायक सिद्ध होते हैं लेकिन कॉफी की अत्यधिक मात्रा शरीर को नुकसान भी पहुंचा सकती है और यह प्रत्येक व्यक्ति के लिए लाभदायक सिद्ध नहीं होती। यह शरीर में घबराहट पैदा करने तथा धड़कन को बढ़ाने में भी सहायक हो सकती है। अध्ययन के मुताबिक यह शरीर में स्थित कोलेस्ट्रॉल के स्तर को धीरे-धीरे बढ़ाती है अतः प्रतिदिन 300 मि. ग्रा. यानी 3 कप से ज्यादा कॉफी का सेवन आपके लिए हानिकारक सिद्ध हो सकता है। गर्भवती महिलाओं को एक कप से ज्यादा कॉफी नहीं पीनी चाहिए क्योंकि इसमें मौजूद कैफीन उनके स्तनों के दूध में दाखिल होकर बच्चे को चिड़चिड़ा तथा अत्यधिक चंचल व शरारती बना सकती है। कॉफी की भांति ही चाय, कोला पदार्थ व चॉकलेट्स इत्यादि का सेवन भी सीमित मात्रा में ही करना चाहिए।