एच-1बी वीजा शुल्क वृद्धि का लघु अवधि में कोई प्रभाव नहीं, भविष्य की योजनाएं बदलेंगी : टाटा टेक सीईओ

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नयी दिल्ली, 26 अक्टूबर (भाषा) डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन द्वारा अमेरिकी एच-1बी वीजा शुल्क में की गई वृद्धि का टाटा टेक्नोलॉजीज लिमिटेड पर कोई अल्पकालिक प्रभाव नहीं पड़ेगा। हालांकि, कंपनी के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) और प्रबंध निदेशक वॉरेन हैरिस के अनुसार, इससे भविष्य के लिए संसाधन योजनाओं में बदलाव आएगा।

हैरिस ने पीटीआई-भाषा से कहा कि वैश्विक उत्पाद इंजीनियरिंग और डिजिटल सेवा कंपनी अपनी स्टाफिंग संरचना के कारण (जिसके किसी भी देश में लगभग 70 प्रतिशत कर्मचारी उसी राष्ट्रीयता के हैं) वीजा संबंधी समस्याओं से अन्य ‘भारत से बाहर के भारतीय प्रतिस्पर्धियों’ की तुलना में कम प्रभावित होती है।

हैरिस ने कहा, ‘‘हम एक भारत-बाहर की कंपनी नहीं हैं। हम एक वैश्विक कंपनी थे, और हमारे अधिकांश कर्मचारी विभिन्न क्षेत्रों में उन देशों के नागरिक थे। हमारे अमेरिकी परिचालन को अमेरिकी चलाते हैं। हमारे चीन परिचालन को चीनी टीम चलाती है, जबकि हमारे कई भारतीय प्रतिस्पर्धी भारत से बाहर हैं। उनके लिए वीज़ा संबंधी समस्याएँ कहीं अधिक हैं।’’

हैरिस सितंबर में ट्रंप द्वारा घोषित वार्षिक एच-1बी वीजा शुल्क को बढ़ाकर 1,00,000 अमेरिकी डॉलर करने के सवाल का जवाब दे रहे थे।

उन्होंने आगे कहा, ‘‘हम इस चुनौती से वाकिफ हैं।’’

हैरिस ने कहा, ‘‘यह निश्चित रूप से भविष्य के लिए हमारी संसाधन योजनाओं को बदल देगा, लेकिन अमेरिका द्वारा लिए गए एच-1बी निर्णयों का कोई अल्पकालिक प्रभाव नहीं है।’’ चालू वित्त वर्ष की सितंबर तिमाही तक, टाटा टेक्नोलॉजीज के वैश्विक कर्मचारियों की संख्या 12,402 थी।

उन्होंने कहा, ‘‘हम 18 अलग-अलग भौगोलिक क्षेत्रों में मौजूद हैं। हमने जिस सिद्धांत के आधार पर कंपनी को गढ़ा है, वह यह है कि हम चाहते हैं कि किसी भी देश में लगभग 70 प्रतिशत कर्मचारी उसी राष्ट्रीयता या क्षेत्र से हों। यही हमारे ग्राहकों के साथ हमारे विशेष संबंधों का आधार है, और इसी के माध्यम से हम भारत में अपने द्वारा निर्मित इंजन का लाभ उठाते हैं।’’

अमेरिकी शुल्क स्थिति और उसके प्रभाव के बारे में पूछे जाने पर, उन्होंने कहा, ‘‘वित्त वर्ष की शुरुआत में, जब शुल्क की घोषणा की गई थी, तो इसने हमारे कई ग्राहकों को अपनी उत्पाद योजनाओं पर पुनर्विचार करने के लिए प्रेरित किया।’’

‘‘उन्हें न केवल उत्पादों पर और शुल्क की पृष्ठभूमि में उत्पादों की व्यवहार्यता पर विचार करने की आवश्यकता थी, बल्कि उन्हें अपनी आपूर्ति श्रृंखलाओं पर भी ध्यान देने की जरूरत थी। मुझे लगता है कि हमने जो देखा है, वह यह है कि रणनीतियों और योजनाओं का पुनर्निर्धारण अब काफी हद तक हो चुका है।’’

उन्होंने आगे कहा, ‘‘जिन ग्राहकों से हम वित्त वर्ष की शुरुआत में निर्णय लेने की उम्मीद कर रहे थे, वे अब निर्णय ले रहे हैं।’’ हैरिस ने कहा कि इससे दूसरी तिमाही में कंपनी के प्रदर्शन को बेहतर बनाने में मदद मिली है।

उन्होंने कहा, ‘‘हमें उम्मीद है कि इस साल हमारा वैमानिकी कारोबार दोगुना हो जाएगा, और हमने देखा है कि यह दूसरी तिमाही में भी जारी रहा है, और हमें पूरी उम्मीद है कि यह तीसरी और चौथी तिमाही में भी जारी रहेगा।’’

उन्होंने वैमानिकी कारोबार के वर्तमान आकार के बारे में विस्तार से बताए बिना यह बात कही।

टाटा टेक्नोलॉजीज ने 30 सितंबर, 2025 को समाप्त दूसरी तिमाही में एकीकृत शुद्ध लाभ में 5.14 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की थी, जो पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि के 157.41 करोड़ रुपये की तुलना में 165.5 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है।

इस तिमाही में कंपनी का एकीकृत परिचालन राजस्व 1,323.33 करोड़ रुपये रहा, जबकि एक साल पहले समान अवधि में यह 1,296.45 करोड़ रुपये था।

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