नयी दिल्ली, 22 अक्टूबर (भाषा) दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने बुधवार को कहा कि उनकी सरकार दिल्ली भर में यमुना के किनारे 17 आदर्श छठ घाट विकसित करेगी और नदी के किनारे त्योहार मनाने वाले श्रद्धालुओं के खिलाफ दर्ज सभी मामले वापस लेगी।
मुख्यमंत्री ने एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि उनकी सरकार का लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि दिल्ली में छठ पूजा दिवाली की ही तरह भव्यता के साथ मनाई जाए।
सूर्य देव और छठ मैया को समर्पित चार दिवसीय पर्व छठ पूजा इस वर्ष 25 अक्टूबर से 28 अक्टूबर तक मनाया जाएगा।
यह त्योहार पूर्वांचल के लोगों के लिए विशेष महत्व रखता है, जो दिल्ली की आबादी का एक बड़ा हिस्सा है।
गुप्ता ने कहा, “अतीत में यमुना के तट पर छठ पूजा की अनुमति नहीं थी, लेकिन इस साल हमने श्रद्धालुओं को इसकी अनुमति दे दी है। हम पिछले वर्षों की सभी शिकायतों को रद्द करेंगे और ऐसे सभी मामले वापस लेंगे।”
उन्होंने कहा कि सरकार को राष्ट्रीय राजधानी में विभिन्न स्थानों पर पर्व आयोजित करने के लिए विभिन्न पूजा समितियों से 1,000 से अधिक आवेदन प्राप्त हुए हैं।
उन्होंने कहा, “प्रत्येक जिले में एक आदर्श छठ घाट बनाया जाएगा और प्रत्येक स्थल पर मैथिली और भोजपुरी में सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।”
उन्होंने कहा कि इन घाटों पर स्वच्छ पेयजल, चाय बिजली और शौचालय जैसी सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।
दिल्ली सरकार ने बुधवार को त्योहार से पहले घाटों की सफाई के लिए एक विशेष सफाई अभियान भी शुरू किया।
मुख्यमंत्री ने कहा, “हमारे सभी सांसद, विधायक और पार्षद अपने-अपने क्षेत्रों में घाटों की सफाई में भाग लेंगे।”
गुप्ता ने कहा, “हम अपने श्रद्धालुओं के लिए हर सुविधा सुनिश्चित करेंगे ताकि छठ पूजा उसी तरह से मनाई जा सके जैसे दिवाली मनाई जाती है।”