स्वस्थ जीवन के लिए

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आज की जिन्दगी सिर्फ भाग दौड़ की जिन्दगी बन कर रह गयी है। जिन्दगी की इस दौड़ में हर आदमी आगे बढ़ना चाहता है। महानगरों की सड़कों को देखकर तो ऐसा लगता है कि मानो दौड़ की कोई प्रतियोगिता हो रही है?
विज्ञान ने जहां इंसान को अनेक ऐशो आराम व जानकारियां दी हैं, वहीं समस्याएं भी अनेक दी हैं। ऐसे में मनुष्य का सुखी जीवन व स्वास्थ्य चौपट होता नजर आ रहा है। अगर आप स्वस्थ जीवन जीना चाहते हैं तो थोड़ा समय निकालना पड़ेगा।
स्वस्थ जीवन के लिए व्यायाम की भी जरूरत है। व्यायाम न ज्यादा थकाने वाला हो, न बिलकुल हल्का-फुल्का हो। वैज्ञानिक भी स्वीकार करने लगे हैं कि योग से बढ़कर कोई बेहतर व्यायाम नहीं है। शरीर की मांसपेशियों के साथ पेट के लिए भी योग बहुत लाभदायक है। वृद्धावस्था में भी व्यायाम करना चाहिए। इससे बुढ़ापे में भी कमजोरी महसूस नहीं होती। सदा शरीर स्वस्थ व ताजा रहता है।
स्वस्थ जीवन के लिए खाने पीने पर ध्यान देना आवश्यक है। गरिष्ठ सामग्री कम ही खानी चाहिए। ब्याह शादी या दावत की बात तो दूसरी है वरना दैनिक जीवन में सादा भोजन, जिसमें मिर्च-मसाले अल्प मात्रा में हो, खाना चाहिए। रात्रि के भोजन के कम से कम तीन घंटे बाद सोना चाहिये। महानगरों में रात 12 बजे भोजन करने का भी रिवाज चलने लगा है। वह स्वास्थ्य के लिए बहुत हानिकारक है। जल्दी सोना व जल्दी उठना स्वस्थ जीवन का मूल मंत्रा है।
भोजन ताजा होना ज्यादा अच्छा रहता है। एक दो घन्टे पूर्व पका भोजन चल सकता है। बासी भोजन पेट तो भर सकता है लेकिन स्वास्थ्य की दृष्टि से हानिकारक है। ताजे भोजन में ताजे फल व ताजी सब्जियों का सेवन सोने में सुहागा है। गाजर, मूली, टमाटर, हरी मिर्च का सलाद व ताजे घी का सेवन भोजन को स्वादिष्ट के साथ पौष्टिक व जल्दी हजम होने वाला बना देता है।
स्वस्थ जीवन के लिए नशीले पदार्थों का सेवन निषिद्ध है। वैज्ञानिक सिद्ध कर चुके हैं कि शराब व सिगरेट हमारी जिन्दगी के लिए जहर के समान हैं तथा ये शरीर के अंगों को कमजोर बनाकर पाचन शक्ति कम कर देते हैं और आदमी की जिन्दगी घटा देते हैं। शराब व सिगरेट का सेवन त्याग देना चाहिए। यदि इन चीजों की आदत है तो धीरे-धीरे कम करते हुए बन्द कर देना चाहिए या सीमित मात्रा में करना चाहिए।
चाय का अधिक सेवन भी घातक हो सकता है अतः चाय या काफी भी सीमित व निश्चित मात्रा में ली जानी चाहिए। चिन्ता चिता के समान है, अतः चिन्ता न करें। चिन्ता से तनाव व थकान होती है, इसलिए जहां तक हो, चिन्ता व तनाव से बचें। किसी से ज्यादा आशा न रखें 
 

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