चुनौतियों के बावजूद रायचूर विकास की आकांक्षा के साथ बढ़ रहा आगे: सीतारमण
Focus News 16 October 2025 0
रायचूर (कर्नाटक), 16 अक्टूबर (भाषा) केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बृहस्पतिवार को कहा कि रायचूर विभिन्न चुनौतियों के बावजूद विकास की आकांक्षा के साथ आगे बढ़ रहा है और केंद्र राज्य के उत्तरी भाग में कल्याण कर्नाटक के क्षेत्रों में विकास कार्यक्रमों को आगे बढ़ा रहा है।
सीतारमण ने इस जिले के जवालगेरा गांव में कृषि प्रसंस्करण के लिए एक किसान प्रशिक्षण और साझा सुविधा केंद्र का उद्घाटन करते हुए कहा कि इसी तरह के केंद्र सात जिलों में स्थापित किए जाएंगे। एक का उद्घाटन 15 अक्टूबर को कोप्पल में और आज (बृहस्पतिवार) रायचूर में किया गया।
उन्होंने कहा, ‘‘इसी तरह, कल्याण कर्नाटक के सात जिलों में कुल सात कृषि प्रसंस्करण इकाइयां होंगी। ये इकाइयां सांसद स्थानीय क्षेत्र विकास योजना (एमपीएलएडी) निधि और जिला प्रशासन के माध्यम से सरकारी सहायता का उपयोग करके, आईटीसी जैसी कंपनियों के साथ सार्वजनिक-निजी भागीदारी में, किसानों से उत्पादों के विपणन और खरीद में मदद के लिए स्थापित की जा रही हैं।’’
कर्नाटक से राज्यसभा सदस्य सीतारमण ने कहा कि उनकी सांसद स्थानीय क्षेत्र विकास योजना (एमपीएलएडी) निधि से 3.5 करोड़ रुपये इन सात इकाइयों पर खर्च किए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि एक बार प्रसंस्कृत होने के बाद, ये उत्पाद रायचूर से लेकर बेंगलुरु तक राज्य में कहीं भी पहुंच सकते हैं और कर्नाटक के समग्र विकास में योगदान दे सकते हैं।
वित्त मंत्री ने इस क्षेत्र पर ध्यान देने की जरूरत बताते हुए कहा कि बेंगलुरु का विकास असाधारण रहा है, लेकिन रायचूर, अपने लोगों की कड़ी मेहनत के बावजूद, उसी गति से विकास हासिल करने में कठिनाइयों का सामना कर रहा है।
कर्नाटक की प्रगति के लिए रायचूर को एक प्रमुख केंद्र बिंदु बना रहना चाहिए।
उन्होंने ऐसे जिलों के उत्थान के लिए केंद्र के प्रयासों पर जोर दिया, जिनमें विकास की क्षमता है, लेकिन विभिन्न चुनौतियों के कारण आगे नहीं बढ़ पाए हैं। उन्हें ‘पिछड़े जिले’ कहने के बजाय, अब हम उन्हें आकांक्षी जिले कहते हैं।
मंत्री ने कहा, ‘‘आज मैं देख सकती हूं कि रायचूर अपनी चुनौतियों के बावजूद, उन्हें एक-एक करके अवसरों में बदल रहा है। इसी तरह हम चुनौतियों को प्रगति के अवसरों में बदलकर सफलता प्राप्त करते हैं। रायचूर कई विकास संकेतकों पर सुधार दिखा रहा है। यह सफलता लक्षित हस्तक्षेप, सख्त निगरानी और समयबद्ध कार्यान्वयन का परिणाम है…।’’
सीतारमण ने कहा कि केंद्र सरकार ने विशेष दलहन कार्यक्रम शुरू किया है और रायचूर जैसे जिले दलहन की खेती को अपनाकर महत्वपूर्ण लाभ प्राप्त कर सकते हैं।
उन्होंने कहा कि सरकार ने देश भर में ऐसे 112 आकांक्षी जिलों की पहचान की है, जिनमें कर्नाटक के कल्याण जिले के रायचूर और यादगीर भी शामिल हैं। इसका मकसद उन्हें आकांक्षी जिला कार्यक्रम के तहत आगे बढ़ने में मदद करना है।
सीतारमण ने कहा कि 2023 की रैंकिंग में रायचूर 112 आकांक्षी जिलों में पहले स्थान पर है, जबकि जिले के मास्की ब्लॉक ने नीति आयोग द्वारा आकांक्षी ब्लॉक कार्यक्रम में दक्षिणी राज्यों में शीर्ष स्थान हासिल किया है।
उन्होंने कहा, ‘‘हमने यहां किसान प्रशिक्षण और दलहन प्रसंस्करण केंद्र स्थापित करने की योजना बनाई है क्योंकि रायचूर में तुंगभद्रा और कृष्णा नदियां बहती हैं। यहां के किसान धान और दलहन दोनों की खेती करने में सक्षम हैं।’’