नयी दिल्ली, 29 अक्टूबर (भाषा) रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह इस सप्ताह आसियान देशों और उसके कुछ वार्ता साझेदारों के समूह की बैठक में भाग लेने के लिए कुआलालंपुर जाएंगे, जिसमें क्षेत्रीय सुरक्षा स्थितियों पर विचार-विमर्श होने की उम्मीद है।
सिंह शनिवार को होने वाली आसियान के रक्षा मंत्रियों की बैठक (एडीएमएम-प्लस) में क्षेत्र के सामने मौजूद प्रमुख सुरक्षा चुनौतियों, विशेषकर आतंकवाद के खतरे से निपटने पर भारत का दृष्टिकोण प्रस्तुत करेंगे।
एडीएमएम-प्लस एक ऐसा मंच है जिसमें 11 देशों वाला आसियान (दक्षिण-पूर्व एशियाई राष्ट्रों का संगठन) और उसके आठ संवाद साझेदार भारत, चीन, ऑस्ट्रेलिया, जापान, न्यूजीलैंड, दक्षिण कोरिया, रूस और अमेरिका शामिल हैं।
रक्षा मंत्रालय ने बताया कि सिंह एक नवंबर को कुआलालंपुर में होने वाली 12वीं एडीएमएम-प्लस बैठक में शामिल होंगे।
वह इस मंच को ‘एडीएमएम-प्लस के 15 वर्षों पर चिंतन और आगे की दिशा तय करना’ विषय पर संबोधित करेंगे।
सिंह शुक्रवार को होने वाली आसियान-भारत के रक्षा मंत्रियों की अनौपचारिक बैठक के दूसरे संस्करण में भी भाग लेंगे।
रक्षा मंत्रालय के अनुसार, इस बैठक का उद्देश्य आसियान सदस्य देशों और भारत के बीच रक्षा व सुरक्षा सहयोग को और मजबूत करना है।
रक्षा मंत्री के एडीएमएम-प्लस देशों के अपने समकक्षों और मलेशिया के वरिष्ठ नेतृत्व से द्विपक्षीय बैठकें करने की भी संभावना है।
भारत 1992 में आसियान का संवाद साझेदार बना था और पहली एडीएमएम-प्लस बैठक अक्टूबर 2010 में हनोई में आयोजित की गई थी।
एडीएमएम-प्लस के तहत भारत 2024-2027 के लिए मलेशिया के साथ आतंकवाद-रोधी विशेषज्ञ कार्य समूह का सह-अध्यक्ष है।
इसके अलावा, आसियान-भारत समुद्री अभ्यास का दूसरा संस्करण 2026 में आयोजित किया जाएगा।