जैसलमेर, 24 अक्टूबर (भाषा) रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को राजस्थान में भारत-पाकिस्तान सीमा के पास भारतीय सेना के ‘थार शक्ति’ सैन्य अभ्यास का अवलोकन किया और जवानों के साहस, पराक्रम एवं समर्पण की सराहना की।
सिंह ने अपने जैसलमेर दौरे के दूसरे दिन लोंगेवाला में इस अभ्यास का अवलोकन किया और यहां रेगिस्तान की रेत पर सैकड़ों जवानों ने आधुनिक युद्ध क्षमता का प्रदर्शन किया और अपना दमखम दिखाया।
इस सैन्य अभ्यास में ‘रोबोट डॉग’, ड्रोन, ‘एटॉर एन1200’ जैसे उन्नत वाहन, अत्याधुनिक टैंक और हेलीकॉप्टर शामिल रहे, जिन्होंने भविष्य के युद्ध कौशल और गति-ताकत का अनोखा संगम दिखाया।
सिंह ने सेना के अधिकारियों से बातचीत कर अभियानगत तैयारियों की जानकारी भी ली।
उन्होंने ‘एक्स’ पर एक तस्वीर साझा करते हुए लिखा, ‘‘राजस्थान के लोंगेवाला युद्ध स्मारक पर 1971 के युद्ध के दौरान अपने प्राणों की आहुति देने वाले सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित की।’’
इससे पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार सुबह जैसलमेर जिले में तनोट माता मंदिर में पूजा की थी।
इस अवसर पर रक्षा मंत्री ने सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के शौर्य, निष्ठा और प्रतिबद्धता की सराहना की।
अधिकारियों ने बताया कि रक्षा मंत्री के साथ सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी और ‘बैटल एक्स’ डिवीजन के कमांडर मेजर जनरल आशीष खुराना भी मौजूद थे।
मंदिर में रक्षा मंत्री का स्वागत सीमा सुरक्षा बल के उप महानिरीक्षक जतिंदर सिंह बिन्जी, समादेष्टा नीरज शर्मा और सहायक समादेष्टा विकास नारायण सिंह ने किया।
तनोट माता मंदिर में पूजा-अर्चना करने के बाद रक्षा मंत्री ने महादेव मंदिर में जलाभिषेक किया और मनसा माता मंदिर के पास स्थित खेजड़ी के पेड़ पर मनोकामना पूर्ण होने के लिए रुमाल बांधा।
उन्होंने 1965 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान पाकिस्तान की ओर से तनोट माता मंदिर परिसर पर गिराए गए उन बमों को भी देखा, जिनमें से एक भी नहीं फटा था।
सिंह ने कहा, ‘‘तनोट माता के दर्शन कर मैं गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं और मेरा जीवन धन्य हो गया है।’’