द जर्नल आफ एपिडिमियोलोजी एंड कम्युनिटी हेल्थ में प्रकाशित एक शोध के अनुसार अगर वयस्क व्यक्ति अपने मस्तिष्क का प्रयोग जटिल कार्यों में लगाता है तो उसका मस्ष्तिक तेज व अधिक एक्टिव रहता है। यही नहीं, इस शोध में यह भी पाया गया कि मध्यम आयु के व्यक्ति अगर अपने आप को सामाजिक कार्यकलापों में व्यस्त रखते हैं तो इनका दिमाग ऐसे व्यक्तियों के मुकाबले जो लोग बागवानी या अन्य घरेलू कार्यों में अपना खाली समय व्यतीत करते हैं, अधिक चुस्त रहता है। कठिन कार्यकलापों में मस्तिष्क अधिक व्यस्त रहता है जिससे उसकी कार्यक्षमता बढ़ती है। इस शोध में विशेषज्ञों ने 35-55 वर्ष की आयु के 5352 व्यक्तियों का अध्ययन किया कि वे अपना खाली समय किन कार्यकलापों में व्यतीत करते हैं। फिर इन व्यक्तियों में मेंटल फंक्शन जानने के लिए गणित, भाषा ज्ञान आदि टेस्ट किए। इन टेस्ट के फलस्वरूप विशेषज्ञों ने पाया कि जिन व्यक्तियों ने अपने आपको मस्तिष्क को चुनौती देने वालों कार्यकलापों में व्यस्त रखा, उन्होंने अच्छा परफार्म किया। इन कार्यकलापों में शतरंज खेलना, क्विज में भाग लेना, ताश, पढ़ना, सांस्कृतिक कार्यक्रमों में हिस्सा लेना आदि शामिल थे।