जिउक्वान (चीन), 30 अक्टूबर (एपी) चीन ने बृहस्पतिवार को घोषणा की कि वह 2030 तक अपने अंतरिक्ष यात्रियों को चंद्रमा पर उतारने की दिशा में अग्रसर है। साथ ही उसने उन अंतरिक्ष यात्रियों के दल का परिचय कराया जो देश के अंतरिक्ष स्टेशन की ओर रवाना होंगे।
चीन के मानवयुक्त अंतरिक्ष कार्यक्रम के प्रवक्ता झांग जिंगबो ने कहा, ‘‘वर्तमान में चंद्रमा पर मानव मिशन से जुड़े सभी अनुसंधान और विकास कार्यक्रम सुचारू रूप से आगे बढ़ रहे हैं।’’
उन्होंने बताया कि लॉन्ग मार्च 10 रॉकेट, चंद्रमा पर उतरने के लिए बनाए जा रहे अंतरिक्ष सूट और अन्वेषण वाहन जैसे क्षेत्रों में उल्लेखनीय प्रगति हुई है। उन्होंने कहा, ‘‘2030 तक चंद्रमा पर इंसान को उतारना निश्चित है।’’
चीन अब अपने तियानगोंग अंतरिक्ष स्टेशन के लिए नए अंतरिक्ष यात्रियों का दल भेजने की तैयारी कर रहा है। यह मिशन चीन के व्यापक अंतरिक्ष कार्यक्रम का हिस्सा है, जिसके तहत हर दल छह महीने तक अंतरिक्ष स्टेशन में रहकर वैज्ञानिक अनुसंधान करता है।
नए दल में झांग लू, वू फेई और झांग होंगझांग शामिल हैं। वे शुक्रवार रात 11 बजकर 44 मिनट (चीन के समयानुसार) पर जिउक्वान प्रक्षेपण केंद्र से रवाना होंगे। झांग लू पहले शेनझोउ-15 मिशन का हिस्सा रह चुके हैं, जबकि वू फेई और झांग होंगझांग पहली बार अंतरिक्ष में जा रहे हैं।
इस बार अंतरिक्ष यात्री अपने साथ चार चूहे भी ले जाएंगे जिनमें दो नर और दो मादा चूहे हैं ताकि वे निर्वात और भारहीनता की स्थिति का उनके शरीर और व्यवहार पर प्रभाव का अध्ययन कर सकें।
चीन ने तियानगोंग अंतरिक्ष स्टेशन का निर्माण तब शुरू किया था जब उसे अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) से बाहर रखा गया था। अमेरिका ने राष्ट्रीय सुरक्षा चिंताओं का हवाला देते हुए चीन को आईएसएस से दूर रखा था। उसने कहा था कि चीन का अंतरिक्ष कार्यक्रम सीधे उसकी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) से जुड़ा हुआ है।