नयी दिल्ली, 27 अक्टूबर (भाषा) केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) को रिक्त पदों को तत्काल भरने का सोमवार को निर्देश दिया।
केंद्रीय कृषि मंत्री ने यहां राष्ट्रीय कृषि छात्र सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि वह राज्य के मुख्यमंत्रियों को पत्र लिखेंगे और कृषि मंत्रियों के साथ इस मुद्दे पर चर्चा करेंगे।
मंत्रालय के बयान में कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री चौहान के हवाले से कहा गया, ‘‘ कृषि छात्रों के भविष्य से किसी भी कीमत पर समझौता नहीं किया जाना चाहिए।’’
संसदीय समिति की 2025 की रिपोर्ट के अनुसार, आईसीएआर को अपने संस्थानों एवं विश्वविद्यालयों में स्वीकृत कर्मियों की भारी कमी का सामना करना पड़ रहा है। 31 मार्च 2025 तक 3,550 पद रिक्त थे। अधिकतर रिक्तियां वैज्ञानिक, तकनीकी और प्रशासनिक पदों पर हैं।
चौहान ने आईसीएआर को कृषि छात्रों का एक दल बनाने का भी निर्देश दिया ताकि कमियों को दूर करने के लिए रचनात्मक सुझाव हासिल किए जा सकें।
उन्होंने कृषि विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों की ‘ग्रेडिंग’ में स्वस्थ प्रतिस्पर्धा का आह्वान करते हुए कहा कि आईसीएआर को वैश्विक सर्वोत्तम प्रथाओं का अध्ययन करके उन्हें देश में लागू करना चाहिए।
मंत्री ने कहा कि कृषि एवं गांवों का एक साथ विकास करने से ग्रामीण क्षेत्रों से पलायन को रोका जा सकता है।
उन्होंने कहा, ‘‘ कृषि के विकास के बिना एक विकसित और आत्मनिर्भर भारत का अस्तित्व नहीं हो सकता।’’
चौहान ने इस बात पर जोर दिया कि कृषि छात्रों को व्यावहारिक ज्ञान प्राप्त करने और उनकी समस्याओं को समझने के लिए वर्ष में कम से कम एक बार किसानों के खेतों का दौरा करना चाहिए।
आईसीएआर के कृषि शिक्षा प्रभाग एवं भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (आईएआरआई) द्वारा आयोजित इस सम्मेलन में कृषि छात्रों ने अपने अनुभव साझा किए और केंद्रीय कृषि मंत्री के साथ सीधा संवाद किया।
कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री भागीरथ चौधरी ने इस कार्यक्रम में ऑनलाइन माध्यम से शिरकत की।