पंजाब के बाढ़ प्रभावित किसानों के लिए उप्र से 1000 क्विंटल गेहूं का बीज भेजा गया

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Hari-jhandi

लखनऊ, 21 अक्टूबर (भाषा) उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को अपने सरकारी आवास से पंजाब के बाढ़ प्रभावित किसानों की सहायता हेतु गेहूं के बीज लदे वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।

मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने इस अवसर पर कहा कि दीपावली का पर्व पूरे उत्साह, उमंग और शांतिपूर्वक वातावरण में मनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि दीपावली का पर्व पूरे उत्साह, उमंग और शांतिपूर्वक वातावरण में मनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि उत्सव का वास्तविक आनंद तभी है, जब हम किसी पीड़ित को जोड़कर उसकी सहायता के लिए खड़े हों। उन्होंने कहा कि इसी भावना के साथ आज इस कठिन समय में उत्तर प्रदेश सरकार पंजाब के अन्नदाता किसानों के साथ खड़ी है।

उन्होंने कहा कि आपदा का सामना पंजाब के किसान अकेले नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में ‘डबल-इंजन) की सरकार (केंद्र सरकार और उत्तर प्रदेश सरकार) हर आपदा-पीड़ित नागरिक के साथ खड़ी हैं। उन्होंने कहा कि चाहे वह राहत सामग्री के रूप में सहायता हो, आर्थिक सहयोग हो या पुनर्वास का प्रयास। उन्होंने कहा, ‘‘हम सब मिलकर किसानों को सशक्त, आत्मनिर्भर और समृद्ध बनाएंगे।’’

जारी एक बयान के मुताबिक, मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा, ”पंजाब हमारे देश का एक प्रमुख राज्य है, जिसने स्वतंत्र भारत में कृषि आत्मनिर्भरता के लक्ष्य को प्राप्त करने में ऐतिहासिक भूमिका निभायी है। लेकिन इस वर्ष वहां हुई अतिवृष्टि के कारण जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। यहां तक कि किसानों द्वारा सुरक्षित रखे गए बीज भंडार भी बाढ़ की चपेट में आने से नष्ट हो गए, जिससे आगामी फसलों पर गंभीर प्रभाव पड़ने की आशंका है।”

मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने कहा, ”इसी भावना के साथ आज कृषि विभाग एवं उत्तर प्रदेश बीज एवं विकास निगम की ओर से ढाई हजार बोरे यानी 1000 क्विंटल गेहूं का बीज पंजाब भेजा जा रहा है।’’

मुख्यमंत्री ने कहा कि जब पंजाब, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में बाढ़ आई थी, तब उत्तर प्रदेश सरकार ने इन राज्यों के लिए राहत सामग्री भेजी थी और साथ ही मुख्यमंत्री राहत कोष से धनराशि भी उपलब्ध कराई थी। उन्होंने कहा कि किसी भी प्राकृतिक आपदा की घड़ी में उत्तर प्रदेश सरकार हर जरूरतमंद के साथ खड़ी रही है और आगे भी खड़ी रहेगी।

मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने कहा कि पंजाब के किसानों के लिए भेजा जा रहा 1000 क्विंटल गेहूं बीज “बीबी-327” प्रजाति का है, जिसे करण शिवानी के नाम से भी जाना जाता है। उन्होंने कहा कि यह रोग-प्रतिरोधी, बायो-फोर्टीफाइड और पोषणयुक्त प्रजाति है, जो केवल 155 दिनों में तैयार होती है और लगभग 80 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक की उपज देने में सक्षम है। उन्होंने कहा कि यह बीज न केवल पंजाब के किसानों के लिए सहायक सिद्ध होगा, बल्कि उत्तर प्रदेश बीज एवं विकास निगम की प्रगति और दक्षता का भी प्रतीक है।

उन्होंने कहा, ‘‘जब वर्तमान सरकार ने कार्यभार संभाला था, उस समय निगम की स्थिति अत्यंत दयनीय थी, लेकिन आज यह निगम लगभग 148 करोड़ रुपये के लाभांश पर संचालित हो रहा है और केवल एक वर्ष में 37 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ अर्जित कर चुका है।’’

मुख्यमंत्री ने कहा कि यह इस बात का प्रमाण है कि यदि संस्थाएं समर्पण और ईमानदारी से कार्य करें, तो वे न केवल लाभ अर्जित कर सकती हैं बल्कि किसानों को आत्मनिर्भर बनाने में भी महत्वपूर्ण योगदान दे सकती हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘हमारे किसान और हमारे संस्थान मिलकर आत्मनिर्भर भारत की नींव को सुदृढ़ कर रहे हैं। इसी क्रम में बहुत शीघ्र ही लखनऊ में पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह जी की स्मृति में ‘सीड पार्क’ की स्थापना की जाएगी। इसकी सभी औपचारिकताएं पूरी हो चुकी हैं। इसके अलावा प्रदेश के भीतर पांच अन्य ‘सीड पार्क’ स्थापित करने की दिशा में भी कार्य तेजी से आगे बढ़ाया जा रहा है।’’

मुख्यमंत्री ने कहा कि दीपावली के साथ-साथ गुरुओं की पावन धरा पंजाब में सिख परंपरा के षष्टम गुरु श्री गुरु हरगोविंद जी महाराज की जयंती भी मनाई जा रही है और उनके जीवन से सेवा, त्याग और परोपकार की प्रेरणा मिलती है।

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