गोरखपुर (उप्र), 10 सितंबर (भाषा) उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को राज्य के प्रथम मुख्यमंत्री भारत रत्न से सम्मानित पंडित गोविंद बल्लभ पंत को उनकी 138वीं जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित की।
गोरखनाथ मंदिर में, आदित्यनाथ ने पंत की तस्वीर पर पुष्पांजलि अर्पित की और स्वतंत्रता के बाद के कठिन वर्षों में उत्तर प्रदेश के विकास को गति देने में उनकी अग्रणी भूमिका की सराहना की।
उन्होंने कहा, ‘‘पंडित पंत जी ने उस समय उत्तर प्रदेश के लिए सकारात्मक और दूरदर्शी कदम उठाए, जब राज्य व देश स्वतंत्रता के बाद की चुनौतियों से जूझ रहे थे। राज्य के विकास का ‘रोडमैप’ तैयार करने में उनका योगदान अविस्मरणीय है।’’
उन्होंने राज्य सरकार और उत्तर प्रदेश की 25 करोड़ जनता की ओर से पंत को नमन किया।
उत्तराखंड के अल्मोड़ा में जन्मे पंत ने स्वतंत्रता आंदोलन में सक्रिय भागीदारी निभाई थी और इसके सबसे बड़े नेताओं में से एक के रूप में उभरे।
स्वतंत्रता के बाद, वी भारत के पहले आम चुनावों के बाद संयुक्त प्रांत के पहले मुख्यमंत्री बने।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सदियों के औपनिवेशिक शासन द्वारा उत्पन्न प्रशासनिक अराजकता के बावजूद, पंत ने सफलतापूर्वक वह नींव रखी जिसने उत्तर प्रदेश को प्रगति के पथ पर अग्रसर किया।
बाद में, पंत ने 1954 से केंद्रीय गृह मंत्री के रूप में कार्य किया, जहां उन्होंने हिंदी को राजभाषा के रूप में स्थापित करने का कार्य आगे बढ़ाया और राष्ट्रीय एकता व अखंडता को सुदृढ़ करने के सरदार वल्लभभाई पटेल के दृष्टिकोण को आगे बढ़ाया।
इस अवसर पर महापौर डॉ. मंगलेश श्रीवास्तव, विधान परिषद के सदस्य डॉ. धर्मेंद्र सिंह, विधायक विपिन सिंह और भाजपा नेता भी उपस्थित थे।